मिलती रही रोजमर्रा की वस्तुएं, साप्ताहिक बंदी के कारण नहीं खुले मेडिकल स्टोर
अयोध्या। लॉक डाउन के चौथे दिन सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। खाद्यान्न की दूकानें खुली होने के कारण लोगों ने सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर जरूरत के सामानों को खरीदा। सब्जी व फल की दूकानें भी पूर्ववत खुली रहीं। दूसरी ओर मण्डी समिति व नगर निगम के द्वारा छोटे ट्रकों से घर-घर रियायती दर पर सब्जियां उपलब्ध करायी गयीं। दवा की दूकानें साप्ताहिक बंदी के कारण नहीं खुलीं जिससे लोगों को जीवन रक्षक दवाओं के लिए इधर-उधर भटकना पड़ा।
कोरोना से बचाव क्रम में अयोध्या जिला चिकित्सालय के अधिकांश द्वार पर प्लाईउड जड़कर मंद कर दिया गया है केवल दो द्वार खोले गये। अनावश्यक रूप से तीमारदारों की भीड़ वार्डों में न होने पाये इस उद्देश्य से चिकित्सालय प्रशासन ने यह कदम उठाया है। ओपीडी बंद होने के कारण मरीजों को इलाज कराने में भी दिक्कतें आयीं। नर्सिंग होम, प्राइवेट अस्पतालों में भी प्रशासन द्वारा बाहरी मरीज डाक्टरों द्वारा न देखने के फरमान के चलते सन्नाटा पसरा रहा। कोरोना के भय से प्राइवेट चिकित्सकों ने लगभग मरीजों को देखना व इलाज करना बंद कर दिया है।
जिला प्रशासन के अनुसार लाक डाउन का पालन न करने वालों के खिलाफ एपिडेमिक एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है। उनके वाहन भी सीज किए जा रहे हैं। चौथे दिन फायर दस्ते के कर्मी व नगर निगम के संयुक्त अभियान में सड़कों पर निकल रहे वाहनों को फायर दस्ता सेनीटाइज कर रहा है। मुख्य समन अधिकारी एके राय व जल निगम के अधिशासी अभियंता अनूप सिंह ने बताया कि नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सारी बिल्डिंग को भी सेनीटाइज किया जाएगा। लाक डाउन के दौरान जनपद वासियों को कोई दिक्कत ना हो इसके तहत जिला प्रशासन डोर टू डोर सब्जी राशन व दूध मुहैया करा रहा है। मोहल्लों और गलियों में जिला प्रशासन के वाहन दौड़ रहे हैं। सुबह होते ही जिला प्रशासन के अधिकारी शहर के नवीन मंडी में सब्जियों के वाहन को रवाना करते हैं जो गली मोहल्लों में जाकर लोगों को सब्जी बिक्री का काम करते हैं।