सींचे हुए खेत में मिला तेंदुआ का पदचिन्ह
रूदौली। तहसील क्षेत्र के सैदपुर इलाके में तेंदुआ का दहशत अभी भी बरक़रार है। बुधवार की शाम करौंदी,आनंदी पांडे पुरवा और कोइलीपुरवा गांव के बीच ग्रामीणों ने हिंसक तेंदुआ को गन्ने के खेत से निकल कर एक आम के बाग में देखने दावा किया था।जिसके बाद गुरुवार की सुबह पहुचे रुदौली विधायक रामचन्द यादव व मवई ब्लाक प्रमुख राजीव कुमार तिवारी ने सैकड़ो गांव वालों के साथ हाँका लगाया।इस दौरान बृजमोहन के सींचे हुए खेत मे तेंदुआ के पगचिन्ह मिले।जिसके बाद विधायक रुदौली के तेवर गर्म हो गए उन्होंने खरी खोटी सुनाते हुए वनकर्मियों को जल्द ही पिंजड़े को मंगवाकर हिंसक जानवर को पकड़ने का निर्देश दिया।उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहाकि वन विभाग के लोग ढिलाई बरत रहे है।यदि को अप्रिय घटना हो गई तो उसका जिम्मेदार आखिर कौन होगा।
इससे पहले बुधवार को वन विभाग की पांच टीमें हिंसक जानवर की तलाश में कांबिंग करती रही।उधर करौदी गांव के राजेश पांडे ने शाम करीब 5 बजे जंगल किनारे स्थित खेत में जानवर देखें जाने का दावा किया।जिसके बाद वन विभाग के राज बहादुर , फ़ियाजुल ,नैपाल, ओम प्रकाश,राम सागर मौके पर पहुचे और जांच कर ही रहे थे कि करीब साढ़े 6 बजे कोयली पुरवा गांव के देवी प्रसाद ने गन्ने के खेत से आम के बाग में तेंदुआ जाते हुए देखा और भागकर हल्ला गुहार मचाया।जिसके बाद टीम उधर को भागी और ग्रामीण द्वारा बताए गए स्थान पर काम्बिंग किया।
गुरुवार की सुबह रुदौली विधायक रामचन्द्र यादव मवई ब्लाक प्रमुख राजीव कुमार तिवारी भी मौके पर पहुच गए।सभी लोग वन क्षेत्राधिकारी विक्रमजीत सिंह,डिप्टी रेंजर सैय्यद ततहीर अहमद,मवई सेक्शन प्रभारी नरेंद्र राय के साथ डेढ़ दर्जन वनकर्मी की टीम ने आनंदी पुरवा,कोइलीपुरवा और करौंदी के निकट स्थित गन्ने के बगल स्थित बृजमोहन के खेत मे मिले पगचिन्हों के आधार पर बढ़ते हुए जंगल पहुचे जहाँ से पगचिन्ह मिलना बंद हो गया।वनकर्मियों की माने तो तेंदुआ जंगल मे वापस लौट गया है।वही ग्रामीणो का कहना है कि रोज वनकर्मी हिंसक जानवर वापस चले जाने की बात बताते है लेकिन कही न कही किसी न किसी को वह दिख जाता है।डिप्टी रेंजर सैय्यद ततहीर अहमद ने बताया कि जंगल में रह रहा हिंसक जानवर वापस जंगल मे चला गया है।उसके पगचिन्ह खेतो में मिले हैं।टीमें काम्बिंग में लगी हुई हैं।