बन्दियों से कराया गया संविधान की प्रस्तावना का वाचन
अयोध्या। राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के दिशानिर्देशन व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष नीरज निगम के मार्गदर्शन में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन जिला कारागार (महिला बैरक) में प्राधिकरण के सचिव सर्वेश कुमार मिश्र की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। शिविर में भारत के संविधान की 70वीं वर्षगांठ के उपलक्ष में जेल के सभी अधिकारियों, नामिका अधिवक्ताओं एवं जेल में निरूद्ध महिला बन्दियों के समक्ष संविधान की प्रस्तावना का वाचन कराया गया तथा सभी को संविधान में उल्लिखित मौलिक कर्तव्यों की शपथ दिलायी गयी।
सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा बताया गया कि यह विधिक साक्षरता शिविर इसलिए आयोजित किया गया है कि महिलाओं एंव बच्चों को अपने अधिकारों एवं कानून के विषय में जानकारी प्राप्त हो और वे इसका सही ढंग से इस्तेमाल कर सके। आजकल महिलाओं एंव बच्चों के साथ जो अपराध हो रहे हैं और सरकार द्वारा जो कानून बनाये गये हैं उससे वे अपने अधिकारों का उपयोग कर सकें और जरूरत पड़ने पर उसका इस्तेमाल कर सकें। सरकार द्वारा महिलाओं की सुरक्षा एवं अन्य कार्य के लिए 1090 हेल्पलाइन सेवा महिलाओं की हर समय मदद करने को तैयार हैं किसी को यदि कोई अन्य प्रकार की समस्या हो तो वे किसी भी समय हेल्प लाइन पर फोन कर मदद ले सकती हैं। वर्तमान सामाजिक परिवेश में महिलाओें व बच्चों के प्रति आपराधिक घटनाऐं काफी तेजी से घटित हो रही हैं तथा महिलाओं व बच्चों की सामाजिक स्थिति में गिरावट आ रही है। सरकार द्वारा उनके सामाजिक उत्थान के लिए तथा उनको शारीरिक, मानसिक व आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के लिए कई तरह के योजनाऐं चलायी जा रही हैं। शिविर में बृजेश कुमार अधीक्षक, श्रीमती अभिलाषा उपकारापाल, संतोष द्विवेदी जेल विजिटर, रघुपति वर्मा जेल विजिटर व जेल में निरूद्ध विचाराधीन व सिद्धदोष बन्दी भी उपस्थित थे।