-जनसमस्याओं को लेकर सौंपा ज्ञापन
अयोध्या। बेतहाशा बढ़ती महंगाई पर लगाम, खाद की किल्लत दूर करने, कालाबाजारी रोकने, धान खरीद की गारंटी, बाढ़ और तूफान से बर्बाद फसलों का मुआवजा तथा जनता के हक़ में आवाज़ उठाने वाले नेताओं का दमन रोकने जैसे मुद्दों को लेकर वामपंथी दलों के नेताओं ने मंगलवार को धरना प्रदर्शन किया।
जिला मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन के दौरान केंद्र व प्रदेश सरकार को जमकर खरी खोटी सुनाई। भाकपा जिला सचिव राम तीर्थ पाठक, माकपा जिला सचिव अशोक यादव, भाकपा (माले) जिला प्रभारी अतीक अहमद की अध्यक्षता और भाकपा राज्य काउंसिल सदस्य अशोक कुमार तिवारी के संचालन में आयोजित धरने में वक्ताओं ने कहा कि कमरतोड़ मंहगाई ने आम आदमी का जीना दूभर कर दिया है। इस मंहगाई ने दाल- तेल के बाद आलू भी थाली से गायब कर दिया है।रसोई गैस के बढ़ते दामों ने मोदी सरकार के महिला प्रेम को उजागर कर दिया है। उप चुनाव के हार से डरी भाजपा सरकार द्वारा घटाए गए पेट्रोल डीजल के दामों को नाकाफी बताते हुए इसमें कम से कम 50 रुपये कम किए जाने की मांग की गई। वक्ताओं ने कहा कि बुआई के सीजन में किसान खाद के लिए दर दर भटक रहा है।
धान क्रय केंद्रों पर ताले लटक रहे हैं। किसान औने पौने दामों पर अपना धान बेचने पर मजबूर हैं। बाढ़ और भारी बारिश से बरबाद फसलों का मुआवजा न देकर सरकार ने अपनी किसान विरोधी मानसिकता को उजागर कर दिया है। प्रदेश की योगी सरकार कानून व्यवस्था पटरी पर लाने के बजाय जनता के हक में आवाज़ उठाने वाले वामदलों और अन्य विपक्षी नेताओं का दमन कर रही है। इस पर तत्काल रोक लगना चाहिए।
धरने को भाकपा (माले) राज्य कमेटी सदस्य राम भरोस, सूर्यकांत पाण्डेय, माकपा नेता मया राम वर्मा, सुनीता गौड़, रामजी राम यादव, एसएन बागी, बाबूराम यादव, शैलेन्द्र सिंह, अजय शर्मा, राजेश वर्मा, राजकपूर, रामसिंह, शेर बहादुर शेर, सत्यभान सिंह, अनिरुद्ध प्रताप मौर्य, मो इश्हाक, अवधराम यादव, रामकुमार सुमन आदि नेताओं ने संबोधित किया। धरने में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल रहीं। अन्त में राष्ट्रपति को संबोधित 11सूत्री मांगपत्र नगर मजिस्ट्रेट को सौंपा गया।