अयोध्या। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी राज्य कौसिल के सदस्य अशोक तिवारी, वरिष्ठ नेता सूर्य कांत पाण्डेय भाकपा माले के जिला प्रभारी अतीक अहमद ने जामिया विश्व विद्यालय में पुलिस की बर्बरता की कड़ी निंदा किया है। वामपंथी नेताओं ने कहा कि केन्द्र सरकार लोकतंत्र के सभी मापदंडों को खंडित करने को ही उचित ठहरा रहीं हैं।
उक्त नेताओं ने कहा कि सरकार की पुलिस ने जिस तरह से आंसू गैस, गोली चार्ज किया है उसने अमावीयता के सभी रिकॉर्ड ध्वस्त हो गए हैं। इंशानियत शर्मशार है। शिक्षा के मंदिर में पुलिस की कार्रवाई अक्षम्य है। इसके जिम्मदारों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। कम्युनिस्ट पार्टी के नेताओं ने संम्पूर्ण घटना की जांच उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायधीश से कराने की मांग किया है। वामदलों के नेताओं ने आरोप लगाया कि सरकार देश में अफरातफरी का वातावरण पैदा करके अपनी आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक, विकास, स्वास्थ्य संबंधी विफलताओं को छुपाने का प्रयास कर रहीं हैं। इन नेताओं ने कहा कि इस प्रकार की कार्यवाही देश की एकता, अखण्डता, और विभिन्नता में एकता को नष्ट करने के लिए की जा रही है। इनके द्वारा लाए गए नागरिकता संसोधन एक्ट देश में हुए स्वतंत्रता संग्राम का अपमान है।
वामपंथी नेताओं की जामिया विवि में पुलिस बर्बरता की कड़ी निंदा
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