अयोध्या। डॉ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के 24 वे दीक्षांत समारोह के उपलक्ष्य में दीक्षांत सप्ताह के अर्न्तगत दृश्य कला विभाग आवासीय परिसर द्वारा ‘‘मानव जीवन में कला’’ विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के पूर्व संकायाध्यक्ष प्रो0 आर0 एन0 मिश्रा रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति आचार्य मनोज दीक्षित ने की। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता प्रो0 आर0 एन0 मिश्रा ने कहा कि हम सभी मानव भगवान के द्वारा निर्मित कलाकृतियाँ हैं और जब हम मानव किसी भी कला का निर्माण करते है तो वह कलाकृतियों द्वारा सृजित कला का स्वरुप होता है इसलिए किसी भी कला का निर्माण मानव जाति को निश्चल मन एवं आदर्शवादी सोच के साथ द्वारा करना चाहिए।
अपने अध्यक्षीयउद्बोधन में कुलपति आचार्य मनोज दीक्षित ने कहा की दृश्य कला विभाग के बच्चे विश्वविद्यालय की आशा के अनुरूप अपनी सोच एंव परिकल्पनों के द्वारा विश्वविद्यालय परिसर को सुसज्जित करते हुए अवध की लोक कला को पुनर्जीवित करते हुए मनमोहक कलाकृतियों का निर्माण कर रहें हैं जो की कला एंव इसकी विधा के विकास का आधार होगा तथा भावी पीढी को निःसन्देह लाभान्वित करेगा। कार्यक्रम का संचालन दृश्य कला विभाग के समन्वयक एवं कार्यक्रम संयोजक प्रो0 विनोद कुमार श्रीवास्तव के द्वारा किया गया। दृश्य कला विभाग की सहायक आचार्य पल्लवी सोनी द्वारा अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का धन्यवाद दृश्य कला विभाग की सहायक आचार्य डा0 सरिता द्विवेदी एवं रीमा सिंह द्वारा किया गया। कार्यक्रम में मुख्य रुप से प्रो0 मृदुला मिश्रा, डा0 प्रिया कुमारी, डॉ0 प्रदीप कुमार त्रिपाठी, डॉ0 अलका श्रीवास्तव सहित भारी संख्या में छात्र-छात्रायें उपस्थित रहे।
Tags 24 वे दीक्षांत समारोह के उपलक्ष्य में दीक्षांत सप्ताह Dr. Ram Manohar Lohia Avadh University Ayodhya ‘मानव जीवन में कला’
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