समाजसेवी राजन पाण्डेय ने व्यवस्था का लिया जायजा
अयोध्या। कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर शासन प्रशासन व्यवस्था का चाहे जितना दावा करें परन्तु जमीनी हकीकत परे है। कुमारगंज में 100 शैय्या राजकीय चिकित्सालय मात्र एक चिकित्सक के भरोसे है। व्यवस्था के नाम पर संसाधनों की व्यापक अभाव है। समाजसेवी राजन पांडेय ने गुरूवार को चिकित्सालय में जाकर व्यवस्था देखी जहां मात्र एक चिकित्सक और ढेर सारे वार्डबाय, सफाई कर्मी मौजूद थे लेकिन संसाधन के नाम पर कुछ भी नहीं था, जबकि 100 शैय्या चिकित्सालय को जिला अस्पताल के समापन संसाधन दिया जाना चाहिए। यहां पर एक भी मास्क व सैनेटाइजर तक की व्यवस्था नहीं है। जब राजन पहुंचे तो यहां के वार्ड बॉय ने कहा भैया मास्क और सैनिटाइजर की व्यवस्था करवा दीजिए उन्होंने तुरंत अपने बेटों को भेज करके 50 मास्क और 5 लीटर सैनेटाइजर की व्यवस्था की। उन्होंने जब सीएमओ से इस मुद्दे पर बात की तो उनके द्वारा गैर जिम्मेदाराना बयान देते हुए कहा गया कि जब तक सरकार की तरफ से ऐसी कोई गाइडलाइन नहीं दी जाएगी तब तक मैं कुछ नहीं कर सकता हूँ। समाजसेवी ने कहा कि मैं अपने जिले के जिलाधिकारी का ध्यान 100 बेड अस्पताल पिठला व 50 बेड अस्पताल देवगांव पर आकर्षित करना चाहता हूँ ताकि यहां कम से कम तीन-चार डक्टर व कम से कम चार छः ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था होनी चाहिए क्योंकि हमारा अमानीगंज देवगांव क्षेत्र बहुत ही पिछड़ा हुआ है यहां से लोग को फैजाबाद जाकर के जांच करवाने में दिक्कत होगी इसलिए यहां पर जांच की व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यहां की जिला पंचायत सदस्य हमारी पत्नी डॉ तृप्ति पांडेय हैं इस नाते मेरा नैतिक कर्तव्य बनता है उच्चाधिकारियों का ध्यान आकृष्ट कराएं। उन्होंने सांसद लल्लू सिंह व विधायक बाबा गोरखनाथ से मांग किया कि दोनों अस्पतालों को वह स्वयं चेक करें और यहां के कर्मचारियों से बात करें। तब उन्हें समझ में आ जाएगा कि किस प्रकार से मुख्यमंत्री के आदेशों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं तथा किस प्रकार से गरीबों के जिंदगी के साथ खेला जा रहा है।