-कार्यदायी संस्था पर कार्रवाई व मुआवजे की मांग
अयोध्या। रामपथ का निर्माण करा रही कार्यदायी संस्था की लापरवाही के चलते काम से लौट रहा एक मजदूर टेढ़ी बाजार के पास डक्ट निर्माण के लिए खोदे गए गड्ढे में गिर गया। जिससे उसकी मौत हो गई। उक्त मजदूर रात भर गड्ढे में पड़ा रहा जबकि उसके परिवारीजन उसे खोजते रहे। सुबह उसे गड्ढे में पड़ा देखा गया। मृतक अपने परिवार में कमाने वाला इकलौता व्यक्ति था। उसके बाद उसकी पत्नी, दो छोटे बच्चे व मां अनाथ हो गई। घटना से नाराज लोगों ने श्रीराम अस्पताल में नाराजगी जताई व कार्यदायी संस्था के खिलाफ कार्रवाई व परिवार को उचित मुआवजा देने की मांग की।
जानकारी के अनुसार अयोध्या कोतवाली के बेगमपुरा का रहने वाला 35 वर्षीय संतोष कुमार उर्फ चप्पू फैजाबाद स्थित एक धागे की कंपनी में काम करता था। शुक्रवार की रात वह काम खत्म कर साइकिल से घर लौट रहा था, अंधेरा होने के कारण वह टेढ़ी बाजार के पास रामपथ निर्माण के दौरान खोदे गए करीब दस फिट गहरे गड्ढे में गिर गया। रात भर परिवारीजन उसकी खोजबीन करते रहे लेकिन पता नहीं चला। फोन भी स्विच ऑफ बताता रहा। शनिवार सुबह कुछ लोगों ने गड्ढे में साइकिल समेत एक व्यक्ति को पड़ा देखा तो थाना रामजन्मभूमि पुलिस को सूचना दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने उसे बाहर निकाला व श्रीराम अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
घटना की सूचना मिलने पर श्रीराम अस्पताल में भीड़ जमा हो गई। लोगों ने कार्यदायी संस्था पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की। इस दौरान आक्रोशित लोगों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की। व्यापारी नेता नंद कुमार गुप्ता नंदू, शक्ति जायसवाल, अजय आजाद, शोएब खान, ध्रुव गुप्ता, अमित पांडेय समेत अन्य ने मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी व 20 लाख मुआवजा देने की मांग की। हंगामे की सूचना पर एडीएम सिटी सलिल पटेल, सीओ अयोध्या एसपी गौतम, अयोध्या कोतवाल मनोज शर्मा, थाना रामजन्मभूमि प्रभारी मणिकांत शुक्ला पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे व आक्रोशित लोगों को समझाया। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजवाया।
सीओ अयोध्या एसपी गौतम ने बताया कि मृतक की पत्नी सुशीला की तहरीर पर कोतवाली अयोध्या में कार्यदायी संस्था आरएंडसी के खिलाफ धारा 304ए के तहत केस दर्ज किया गया है। शव का पोस्टमार्टम कराकर परिवारीजनों को सौंप दिया गया है। वहीं एडीएम सिटी सलिल कुमार पटेल ने बताया कि कार्यदायी संस्था को सुरक्षा के बेहतर इंतजाम करने के निर्देश दिए गए हैं।