प्रयागराज में सोमवार से कुम्भ मेले की शुरुआत हो गई. इसका समापन महाशिवरात्रि के दिन यानी 26 फरवरी को होगा.
इस बार महाकुंभ बेहद खास है। ग्रहों की स्थिति बेहद दुर्लभ संयोग बना रही है। 144 साल के बाद महाकुंभ में समुद्र मंथन के संयोग बन रहे हैं। बुधादित्य योग, कुंभ योग, श्रवण नक्षत्र के साथ ही सिद्धि योग में त्रिवेणी के तट पर श्रद्धालु महाकुंभ में डुबकी लगाएंगे।
महाकुंभ-2025 की शुरुआत सोमवार को पौष पूर्णिमा के साथ हुई, जिसने प्रयागराज के संगम को आस्था, संस्कृति और मानवता के जीवंत केंद्र में बदल दिया. पवित्र जल में डुबकी लगाने वाले लाखों तीर्थयात्रियों में विदेश से आए श्रद्धालु भी शामिल थे, जिन्होंने इस दिव्य आयोजन के चमत्कार का अनुभव किया. अमेरिकी सेना का हिस्सा रह चुके माइकल, जो अब बाबा मोक्षपुरी के नाम से जाने जाते हैं, ने जूना अखाड़े से जुड़ने की अपनी यात्रा साझा की.
महाकुंभ में हुई पुष्पवर्षा
प्रयागराज महाकुंभ में आए हुए श्रद्धालुओं पर यूपी की योगी सरकार ने हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा कराई है. शाम 4:05 पर हेलीकॉप्टर संगम क्षेत्र पहुंचा और घाट से लेकर अखाड़ा मार्ग पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की.इससे महाकुंभ क्षेत्र में मौजूद श्रद्धालु खासे आह्लादित नजर आए. 10 मिनट के बाद एक बार फिर से पुष्प वर्षा की गई.
13 जनवरी 2025 को स्नान जारी है. इस बीच सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया. उन्होंने लिखा कि- मानवता के मंगलपर्व ‘महाकुम्भ 2025’ में ‘पौष पूर्णिमा’ के शुभ अवसर पर संगम स्नान का सौभाग्य प्राप्त करने वाले सभी संतगणों, कल्पवासियों, श्रद्धालुओं का हार्दिक अभिनंदन. प्रथम स्नान पर्व पर आज 1.50 करोड़ सनातन आस्थावानों ने अविरल-निर्मल त्रिवेणी में स्नान का पुण्य लाभ अर्जित किया. प्रथम स्नान पर्व को सकुशल संपन्न कराने में सहभागी महाकुम्भ मेला प्रशासन, प्रयागराज प्रशासन, यूपी पुलिस, नगर निगम प्रयागराज, स्वच्छाग्रहियों, गंगा सेवा दूतों, कुम्भ सहायकों, धार्मिक-सामाजिक संगठनों, विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों तथा मीडिया जगत के बंधुओं सहित महाकुम्भ से जुड़े केंद्र व प्रदेश सरकार के सभी विभागों को हृदय से साधुवाद! पुण्य फलें, महाकुम्भ चलें.