पीड़ित महिला ने एसडीएम डीएसओ सहित मुख्यमंत्री को पत्र भेज लगाई मदद की गोहार, रंगे हाथ कोटे का राशन बेचते दबोचे जाने से नाराज है कोटेदार
रुदौली। शासन की मंशा पर पानी फेरने वाले कोटेदार पर अफसर भी मेहरबान है।कोटे के राशन की कालाबाजारी करते रंगे हाथ पकड़े जाने और अपात्र होते हुए स्वयं सहित अन्य बेटों के नाम राशन लेने की शिकायत करने से नाराज कोटेदार ने पीड़ित को राशन देने से ही मना कर दिया।आरोप है कि उसने कहा कि बहुत शिकायत करते हो अब फैजाबाद से ही तुम्हे राशन मिलेगा।इस मामले का वीडियो भी पीड़ित ने अधिकारियों को भेजा है।मामला उजागर होने के बावजूद सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अधिकारी कार्रवाई से कन्नी काट रहे है।
मामला विकासखंड मवई अंतर्गत रानेपुर मजरे जैसुखपुर गांव का है।यहां की रहने वाली पार्वती पत्नी श्रवण का आरोप है कि रानेपुर मजरे जयसुखपुर के कोटेदार शिवनारायन पात्र गृहस्थी का कार्ड होने के बावजूद राशन देने से मना कर रहा है।और कहता है कि फैजाबाद से राशन ले लो जाकर।कारण पूछने पर कहता है कि बस तुमको गल्ला नहीं दूंगा तुम्हे जो करना हो करो।महिला ने एसडीएम रुदौली के समक्ष पेश होते हुए शिकायत किया है कि उसके पास एक बिस्सा खेत भी नहीं है।लेकिन कालाबाजारी करते हुए अगस्त माह में कोटेदार को ग्रामीणों ने रंगे हाथ पकड़ लिया था और शिकायत उच्च अधिकारियों से हो गई इससे नाराज कोटेदार सारा दोष उसके पति पर लगा रहे है।इतना ही नही ससुर के यहां बिजली जलती है तो कोटेदार कहता है कि उसकी लाइट तुम्हारे यहां लगती है इसलिए तुम्हें मिट्टी का तेल भी नहीं मिलेगा।साहेब कई महीने से राशन तो दे नही रहा था और अब 2 महीने से तेल भी देना बंद कर दिया है।गरीब महिला ने आरोप लगाते हुए कहा कि 25 अगस्त को राशन चोरी करते हुए गांव के लोगों ने कोटेदार को पकड़ा था।जिसमें ग्रामीणों द्वारा सूचना पर पहुंचे क्षेत्रीय सप्लाई इंस्पेक्टर व एआरओ द्वारा रिश्वत लेकर बिना किसी कार्रवाई के छोड़ दिया गया।इतना ही नही अपनी फरियाद जब एआरओ से की तो कोटेदार के विरुद्ध कार्रवाई के बजाय उसने मेरे पति के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करवाने की धमकी दी।जिसका वीडियो मेरे पति के मोबाइल मे उपलब्ध है।महिला ने डीएसओ व मुख्यमंत्री को भेजे गए पत्र में आरोप लगाया है कि शिवनारायण कोटेदार जिसके पास 4 पहिया वाहन भी है और उसी का अन्तोदय कार्ड भी बना है।इसने अपने सभी लड़कों के नाम राशन कार्ड बनवाया हुआ है।और सरकारी सुविधा से गरीबों को वंचित कर स्वयं लाभ उठता है।महिला ने पत्र में ये भी दावा किया है कि मेरी व कोटेदार की निष्पक्ष जांच करवा ली जाय यदि में पात्र नहीं हूं तो मुझे राशन ना दिया जाय व मेरे खिलाफ दंडात्मक कार्यवाही की जाय बसर्ते जांच उच्चाधिकारी द्वारा ही हो।क्योंकि तहसील द्वारा जांच हुई तो विगत जांचों की तरह वर्षो से तहसील में जमे सप्लाई इंस्पेक्टर लालमणि व लीपापोती कर मामले को निगल जाएंगे।इस सम्बंध में कोटेदार शिवनरायन का कहना है कि लगाए गए आरोप निराधार है।एसडीएम विपिन सिंह का कहना है कि शिकायत मिली है।मामले की जांच के लिए खाद्य रसद विभाग के अधिकारियों को जांच सौंपी गई है।सप्लाई इंस्पेक्टर लालमणि से बात की गई तो उन्होंने कहा अभी व्यस्त है मामले की जांच कर लेंगे।