मिल्कीपुर। खण्डासा पुलिस का एक अजीबोगरीब कारनामा प्रकाश में आया है जहां 18 माह के बच्चे को चोरी का अभियुक्त बना दिया गया है वह भी भैंस चोरी का ? हालाकि मामला मीडिया में उछलने के बाद हरकत में आई खण्डासा पुलिस द्वारा इसे मात्र लिपिकीय त्रुटि बताया जा रहा है। उक्त मामले का खुलासा तब हुआ जब बच्चे के पिता अनिल ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अयोध्या को इस आशय का शिकायती प्रार्थना पत्र देकर प्रति मीडिया के साथ साझा की । मामला खण्डासा थाना क्षेत्र के कोटिया ग्राम पंचायत से जुड़ा हुआ है। जहां 9 जनवरी को भैंस खोलने का मुकदमा खण्डासा पुलिस ने दर्ज किया था पुलिस को दी गई तहरीर में कोटिया ग्राम पंचायत के निवासी तरुण कुमार पुत्र हरिशंकर निवासी का आरोप था कि रात में उसके घर पर अनिल पुत्र गोपी यादव व कुछ अन्य लोग भैंस खोलने की कोशिश कर रहे थे खटपट की आवाज सुनकर परिजन जाग गए और कुत्तों ने भौंकना शुरू किया तो भाग खड़े जब पीछा किया गया तो जाते समय लोगों ने गाली गलौज देकर जान से मारने की धमकी दी घर आने पर उन्होंने पुलिस को फोन कर पूरी घटना की जानकारी दिया और उसी रात 11ः00 बजे के करीब जाकर चौकी पर प्रार्थना पत्र दिया जिस पर खण्डासा पुलिस ने अनिल यादव पुत्र गोपी यादव और अनिल यादव के नाबालिक पुत्र के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कर लिया । जबकि तरुण कुमार द्वारा खण्ड़ासा पुलिस को दी गई तहरीर में साफ-साफ गोपी यादव व उनके पुत्र अनिल कुमार का जिक्र किया गया है बावजूद इसके पुलिस द्वारा अनिल कुमार व उनके नाबालिक पुत्र तथा अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत किया गया और अनिल के पिता गोपी का नाम छोड़ दिया गया। क्षेत्राधिकारी मिल्कीपुर एके राय का कहना है कि लिपिकीय त्रुटि बस गोपी यादव की जगह पर अनिल कुमार के पुत्र हो गया था जिसका सुधार कर लिया गया है। जबकि तहरीर में साफ-साफ उनके पिता गोपी का नाम है तो पिता या पुत्र लिखकर मुकदमा पंजीकृत करना पुलिसिया कार्यप्रणाली पर बड़ा सवाल है। ध्यान देने योग्य बात यह है कि खण्डासा थाना क्षेत्र में पिछले एक पखवाड़े में आधा दर्जन भैंसों की चोरी हो चुकी है जिसमें थाना क्षेत्र के गद्दोपुर जगदीशपुर में एक ही रात में चार भैंसों की चोरी के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था, जिसमें न तो खण्डासा पुलिस ने वाहन बरामद किया जिससे चोर भैंस को लादकर ले गए और न ही उसका पूरा पैसा बरामद किया जा सका है दूसरी घटना में भैंस चोरी के प्रयास की यह हुई । और तीसरी घटना अमावसूफी के रामनगर गांव में राजेन्द्र के यहां हुई ।
खण्डासा पुलिस ने 18 माह के बच्चे को बना दिया भैंस चोरी का अभियुक्त
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