– 22 वर्षों से शक्ति वाहिनी के तत्वाधान में निकाली जा रही है यात्रा
अयोध्या। शारदीय नवरात्र की पूर्व संध्या पर बुधवार को शक्तिवाहिनी के संयोजन में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी सरयू तट से वरुण आह्वान के साथ भव्य कलश यात्रा गाजे बाजे के साथ निकाली गई। मां के जयकारों के साथ शक्ति वाहिनी की अगुवाई में निकली यात्रा सरयू तट से शुरू होकर नगर के प्रमुख मार्गों से होती हुई छोटी देवकाली मंदिर पहुंची।
यात्रा का संयोजन केंद्रीय दुर्गापूजा व रामलीला समन्वय समिति तथा शक्ति वाहिनी के संयुक्त संयोजन से किया गया। यात्रा नयाघाट, बाबू बाजार, श्रृंगारहाट, हनुमानगगढ़ी, हरिद्वारी बाजार होती हुई छोटी देवकाली मंदिर पहुंची। यात्रा का आचार्य पीठ तिवारी मंदिर के सामने महंत गिरीशपति त्रिपाठी ने भावभरा स्वागत किया। अन्य स्थलों पर भी यात्रा का स्वागत किया गया।
केंद्रीय समिति के संयोजक महंत धनुषधारी शुक्ला ने बताया कि पिछले 22 वर्षों से यह यात्रा अनवरत नवरात्रि के पूर्व संध्या पर निकाली जाती है। अध्यक्ष रमापति पांडे ने बताया कलश यात्रा सनातन परंपरा का एक अंग है जिसमें कोई अनुष्ठान प्रारंभ करने से पहले हम किसी पवित्र नदी से जल भरते हैं आज अयोध्या की बहनों ने नवरात्रि प्रारंभ के पूर्व मां सरयू के जल का पूजन करके कलश में भरकर अपने अपने घरों मे मां की स्थापना करेंगे और विसर्जन दशमी को होगा।दुर्गापूजा समिति के प्रवक्ता भानुप्रताप सिंह ने बताया कि गुरुवार से शारदीय नवरात्र प्रारंभ हो रहा है और इसी के साथ ही मंदिर में कलश स्थापना के साथ मां दुर्गा का पूजन-अर्चन शुरू होगा।
अशोक शास्त्री ने वरुण पूजन कराया। कलश यात्रा में प्रभारी दीपचंद्र राही, देवर्षिराम त्रिपाठी, पार्वती कौशल, दया मिश्रा, आंचल यादव, प्रभादेवी, अनीता सिंह, अंजू सिंह, कुमकुम दुबे, रंजना सागर अनीता, पुष्पा, पंकज गुप्ता, प्रदीप पांडे, रज्जू मिश्रा, मंगल गुप्ता, अनिल सहित सैकड़ों भाई बहनों ने भाग लिया।