शहीद राम प्रसाद बिस्मिल की जयंती पर हुई गोष्ठी
अयोध्या। अशफाकउल्ला खां मेमोरियल शहीद शोध संस्थान के प्रबंध निदेशक सूर्य कांत पाण्डेय ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम की सच्चाई से काकोरी कांड के शहीदों ने देश को अवगत कराया। काकोरी एक्शन आजादी की लड़ाई में मील का पत्थर साबित हुआ। राम प्रसाद बिस्मिल केवल क्रांतिकारी ही नही थे बल्कि उनमें इतिहास, साहित्त्य तथा समाज की गहरी जानकारी थी।उन्होंने विश्व के क्रांतिकारी इतिहास का गहन अध्ययन भी किया था, यह बात उनके लिखे गए कितबो से साबित होती हैं।उन्होंने कहा कि बिस्मिल और अशफाक की दोस्ती हिन्दू मुस्लिम एकता की अनूठी मिसाल है।
श्री पाण्डेय शहीद राम प्रसाद बिस्मिल की जयंती पर आयोजित गोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि सरकारें शहीदों के सपनों का प्रचार प्रसार होने से डरती है।इस कारण जेलों में होने वाले शहादत दिवस पर पाबंदी लगाना चाहती हैं।उन्होंने कहा कि शहीदों के सपनों को साकार करने में नाकाम सरकारें उनके विचारों पर पर्दा डालने का षड्यंत्र कर रही हैं।अपने आवास पर संपन्न बिस्मिल जयंती पर उनके चित्र पर माल्यार्पण के बाद उपस्थित लोगों का आवाहन करते हुए शहीदों के सपनों का पूरा करने का संकल्प लिया। जयंती समारोह में विश्व प्रताप सिंह अंशू, देवेश ध्यानी, विकास सोनकर, विनीत कनौजिया, अंकित पाण्डेय, शफीक अहमद ने भी शहीद के चित्र पर माल्यार्पण किया।