-सामाजिक सौहार्द्र बिगाड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई : डीआईजी
अयोध्या। सुप्रीम फैसले के बाद पड़ रही ढांचा ध्वंस की दूसरी बरसी को लेकर पुलिस प्रशासन ने कवायद तेज कर दी है। राम नगरी को सुरक्षा कवच में जकड़ दिया गया है। पुलिस प्रशासन ने शांति सुरक्षा और सौहार्द के मद्देनजर शौर्य और योमें गम के सार्वजनिक इजहार पर रोक लगाई है। डीआईजी/एसएसपी दीपक कुमार ने कहा कि सामाजिक सौहार्द्र बिगाड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
हिंदूवादी संगठनों की ओर से शौर्य दिवस के रूप में 6 दिसम्बर मनाया जाता रहा है। अब जब बाबरी विध्वंस पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने व गत 5 अगस्त को रामजन्मभूमि परिसर में रामलला मन्दिर निर्माण के भूमि पूजन व शिलापूजन होने के बाद मामला शांत हो गया है। लेकिन शान्ति पूर्ण माहौल में ख़लल डालने को लेकर अराजकतत्वों पर पुलिस की नजर है। ऐसे में सबसे ज्यादा निगहबानी सोशलमीडिया पर है। डीआईजी दीपक कुमार ने भी सोशलमीडिया पर ऐसे पोस्टों पर नजर रखने को निर्देश दिए हैं। साथ साथ जनपद में पुख्ता सुरक्षा-व्यवस्था के इंतजाम, सोशल मीडिया पर नजर व कोविड नियमों के अनुपालन करने के सम्बन्ध में भी पुलिस को सख्त रवैया अपनाने के निर्देश दिए हैं। 6 दिसंबर 1992 को अयोध्या रामजन्मभूमि परिसर में विवादित ढांचा गिराया गया था। विध्वंस के बाद हर वर्ष 6 दिसंबर को दोनों समुदाय अपने अपने ढंग से शौर्य दिवस व काला दिवस मनाते हैं। इस वर्ष किसी भी कार्यक्रम की जिला प्रशासन ने अनुमति नहीं दी है। 6 दिसंबर को लेकर कार्यक्रम करने वालों के खिलाफ होगी दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। साइबर सेल के माध्यम से सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट करने वालों पर विधिक कार्रवाई की जाएगी। साथ ही अयोध्या का सुरक्षा घेरा भी सख्त किया गया है। साथ ही रामनगरी में अतिरिक्त सुरक्षा बल की तैनाती कर दी गई है।
दौरे पर आ रहे राम मन्दिर निर्माण समिति के चेयरमैन मनृपेंद्र मिश्र
-राम मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र 7 व 8 दिसंबर को अयोध्या के दौरे पर रहेंगे। राम जन्मभूमि परिसर में राम मंदिर निर्माण की गतिविधियों का जायजा लेंगे। इस दौरान ट्रस्ट के पदाधिकारियों व सदस्यों के साथ बैठक करेंगे। राम मंदिर निर्माण के आर्किटेक्ट आशीष सोमपुरा, एलएनटी व टाटा कंसलटेंसी के एक्सपर्ट भी मौजूद रहेंगे। नृपेंद्र मिश्र के 6 दिसंबर को शाम तक अयोध्या पहुंचने की उम्मीद है।