अयोध्या। वरुणावतार झूलेलाल के जन्मदिवस पर डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, अयोध्या के कुलपति प्रो. रविशंकर सिंह को संगमरमर की झूलेलाल की प्रतिमा और मोतियों की झूलेलाल की माला भेंट की गई। अमर शहीद संत कँवरराम साहिब सिंधी अध्ययन केंद्र के मानद निदेशक प्रो. आर. के. सिह, सलाहकार ज्ञानप्रकाश टेकचंदानी ’सरल’ के साथ केंद्र के स्टाफ अमन विक्रम सिंह और अनीतादेवी ने यह प्रतिमा भेंट की और कुलपति को झूलेलाल जयंती की शुभकामनाएँ दीं।
कुलपति ने झूलेलाल की प्रतिमा के समक्ष शीश नवाकर उनके प्रति अपनी अगाध श्रद्धा व्यक्त करते हुए प्रतिमा को हृदय से स्वीकार कर अपनी टेबल पर सजा लिया। उन्होंने कहा कि हिंदू नववर्ष पर झूलेलाल की प्रतिमा का प्राप्त होना वे अपने लिए सौभाग्य मानते हैं। उन्होंने बताया कि जोधपुर में जब वे नौकरी करते थे तो लगभग बीस वर्ष तक एक सिंधी परिवार में ही किराये पर रहा करते थे। उस दौरान सिंधी भाषा, संस्कृति और संस्कारों से उनका नज़दीक का नाता जुड़ा और यहां अवध विश्वविद्यालय में सिंधी अध्ययन केंद्र का होना भी उनके लिए यह सुंदर संयोग है।
उन्होंने कहा कि उनके जीवन में झूलेलाल जी की उनपर बड़ी कृपा रही है। कुलपति ने कहा कि दसवीं शताब्दी में सिंध के तत्कालीन शासक मर्ख़ से झूलेलाल ने अपने बुद्धिकौशल से अपने समाज बंधुओं पर हो रहे अत्याचारों से रक्षा की कुलपति ने कहा कि यह सुंदर संयोग है कि आज ही हिंदू नववर्ष है, झूलेलाल का जन्मदिवस है, गुड़ी पड़वा पर्व है और आज ही के दिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक डा. केशव बलिराम हेडगेवार का जन्मदिवस भी है। उन्होंने ऐसे सुंदर दिवस पर समाज को अपनी शुभकामनाएँ अर्पित की।