शोभायात्रा के साथ झूलेलाल चालिहा महोत्सव का हुआ समापन

– सिंधी समाज सावन माह में चालिस दिनों तक मनाता है महोत्सव

अयोध्या। सिंधी समाज का प्रभु झूलेलाल चालिहा महोत्सव सबसे बडा एवं राष्ट्रीय पर्व है। जिसे सिंधी समाज लगातार सावन माह मे चालिस दिनों तक मनाता है। यह विचार सिन्धी सेंट्रल पंचायत के मुखिया व सिंधु सेवा समिति के संरक्षक ओमप्रकाश अंदानी ने व्यक्त किए। रामनगर कालोनी स्थित संत नवलराम दरबार मे चालिस दिवसीय महाआरती का समापन मेवा व नारियल का भोग लगाकर हुआ। इस मौके पर संत नवलराम दरबार में हवन,कलश पूजन और झूलेलाल की आरती हुई ।

उसके उपरांत रामनगर कालोनी मे बाहिरणा साहिब पालकी मे विराजमान झूलेलाल की शोभा यात्रा कालोनी मे घूम कर गुप्तार घाट पहुचीं। जहां पर भजन कीर्तन,अरदास व झूलेलाल के उद्घोष के साथ नम आंखों व भावकुता के साथ विसर्जन हुआ । घाट पर भक्त प्रल्हाद सेवा समिति की ओर से प्रसाद वितरण हुआ । समिति के संरक्षक गिरधारी चावला व अध्यक्ष मोहन मंध्यान ने कहा कि कोरोना के भय व शासन की गाइडलाइन के अनुसार इस वर्ष भी शोभायात्रा मे झांकियो को शामिल नही किया गया ।

सादगी के साथ कालोनी मे शोभायात्रा निकाली गई।उत्तर प्रदेश सिंधी युवा समाज के प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश ओमी व उत्तर प्रदेश सिंधी अकादमी के पूर्व उपाध्यक्ष अमृत राजपाल ने इस दौरान प्रदेश सरकार से यह मांग की कि प्रभु झूलेलाल की जीवनी सरकारी पाठयक्रम मे शामिल की जाए । शोभायात्रा मे जेपी क्षेत्रपाल, अशोक मदान सुखी,हरीश मध्यान, क्षेत्रपाल,सुनील मध्यान, कपिल हासानी, ओम मोटवानी, सौरभ लखमानी, कैलाश साधवानी,भगवान दास सावलानी,मनीष मध्यान,नवलराम, जयरामदास, मिंटू, बब्बू, सोना व अन्य लोग मौजूद रहे।

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