-नन्हे मुन्नों के शारीरिक कौशल को देख फूले नहीं समाए अभिभावक
अयोध्या। जे.बी. बालसदन में नर्सरी से कक्षा यू.के.जी. तक के नन्हे मुन्नों का खेल दिवस आयोजित किया गया। प्रधानाचार्य अंजलि ज्ञाप्रटे ने खेल दिवस के आयोजन के उद्येश्य को स्पष्ट करते हुए बताया कि खेलों से बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास होता है और इसी को ध्यान में रखते हुए विभिन्न प्रकार के रचनात्मक व मनोरंजक खेलों का बच्चों ने आज प्रदर्शन किया है। कार्यक्रम का शुभारम्भ यू.के.जी. के नन्हे मुन्ने बच्चों के गीत के साथ लय बद्ध शारीरिक व्यायाम की मनमोहक प्रस्तुति से हुआ। नर्सरी कक्षा के छोटे-छोटे सजे संवरे बच्चों ने अपने शारीरिक कौशल का प्रदर्शन करते हुए मंजिल को हासिल करने के लिए उत्साहित दिखे।
लिटिल आर्टिस्ट, बैक क्रॉलिंग, बाधा दौड़, बैलेंस द बॉल बटवीन द थिंक्स कॉर्डिनेशन विद ईच अदर, माई पापा इज़ स्मार्ट, स्मार्ट वेंडर, बिल्डिंग अ टॉवर, सैक रेस, क्रॉलिंग थ्रू हूला हूप्स, बैलेंस द बॉल, ऑन रोल, पेग द रिंग आदि रचनात्मक दौड़ में तरह-तरह की खेल सामग्री प्रयुक्त हुईं। आई एम द फनी रैबिट खेल को बच्चों ने सबसे ज्यादा इंजॉय किया। बच्चों के कौशल को देख अभिभावक भी मंत्र मुग्ध हो गए और तालियों की गड़गड़ाहट उनका उत्साह भी बढ़ाती रही। बच्चों के सहयोग, संतुलन, एकाग्रता और जिम्मेदारी के साथ भरपूर उत्साह ने दर्शकों का मनमोह लिया।
अभिभावक पूर्ण मनोयोग से अपने पाल्यों के कर्तव्यों को कैमरे में कैद करते दिखे। जे.बी. बालसदन की प्रधानाचार्या अंजलि ज्ञाप्रटे ने विद्यालय की आख्या प्रस्तुत करते हुए बताया कि विद्यालय बच्चों के चहुंमुखी विकास हेतु नित्य कार्यक्रमों और गतिविधियों की खोज की जाती है। बच्चों के भीतर नैतिकता, संवेदनशीलता व पर्यावरण जागरुकता जगाने के लिए कार्य किए जा रहे हैं। इसके साथ ही शैक्षिक स्तर पर विकास हेतु पढ़ने, लिखने, सुनने के कौशल को बढ़ावा देने के विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं।