अयोध्या। अशफ़ाक़ उल्ला खां मेमोरियल शहीद शोध संस्थान के प्रबंध निदेशक सूर्य कांत पाण्डेय ने क्रांतिकारी शहीद गाथा के माध्यम से जलियांवाला बाग नरसंहार के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित किया। श्री पाण्डेय पिछले दो सप्ताह से क्रांतिकारियों की गाथा मोबाइल के माध्यम से सुना रहे हैं। जलियांवाला बाग नरसंहार के 101वें साल उन्होंने स्वघोषित काकोरी कक्ष से जलियांवाला बाग नरसंहार के इतिहास को सुनाकर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित किया। उन्होंने इसके साथ साथ इस घटना के जिम्मेदार जनरल वो डायर को गोलियों से उड़ा देने वाले शहीद उधमसिंह के वीरता की एतिहासिक दास्तान को भी सुनाया। श्री पाण्डेय ने कहा कि देश में कोरोना वायरस के कारण हुई तालाबंदी के नाते आयोजन किया जाना संभव नहीं था। जिसके कारण जलियांवाला बाग नरसंहार की 101वीं बरसी उस इतिहास को सुनाकर मनाने का फैसला किया गया। उन्होंने कहा कि तालाबंदी तक क्रांतिकारी आन्दोलन के इतिहास को सुनाने का गाथा यज्ञ अनवरत चलता रहेगा।
जलियांवाला बाग शहीदों को अर्पित की श्रद्धांजलि
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