-निर्माण कार्यों की समीक्षा में लापरवाही पर गुस्साए डीएम
अयोध्या। शासन के प्राथमिकता वाले विकास कार्यों की विस्तृत समीक्षा शुक्रवार को डीएम ने की। कार्य मे शिथिलता पर राजकीय निर्माण निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर, एई और जेई के वेतन रोकने के निर्देश दिए।
कलेक्ट्रेट सभागार में डीएम अनुज कुमसा झा ने अधूरे निर्माण कार्यों के प्रगति की समीक्षा के दौरान 100 शैय्या चिकित्सालय कुमारगंज तथा 50 शैय्या चिकित्सालय देवगांव के निर्माणबक हाल जाना। धीमी प्रगति पर कार्यदायी संस्था उप्र राजकीय निर्माण निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर और संबंधित एई व जेई का वेतन जब तक कार्य पूर्ण न हो तब तक रोकने के निर्देश दिए। ऑपरेशन कायाकल्प के अंतर्गत विद्यालयों में किए जा रहे कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने के भी निर्देश दिए। प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी), शौचालय निर्माण आदि में जारी प्रथम किस्त के बाद निर्माण की स्थिति जांचने के निर्देश दिए।
डीएम ने प्रधानमंत्री सड़क योजना की सभी सड़कों को गड्डा मुक्त कराने के अभियान में तेजी लाने के निर्देश दिए। कन्या सुमंगला योजनान्तर्गत बीएसए, डीआईओएस, आईसीडीएस को लक्ष्य निर्धारित करते हुए और आवेदन कराने के निर्देश दिए। उन्होंने ई-डिस्ट्रिक पोर्टल के माध्यम से प्रदान की जा रही सेवाओं में और सुधार लाने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने सरकारी देयो एवं एनपीए से वसूली को बढ़ाने का प्रयास, सहकारिता गोदामों के कायाकल्प के अलावा के एक्सईएन. विद्युत को स्थानीय स्तर पर भुगतान होने वाले सरकारी विभागों के शेष विद्युत बकाए को शीघ्र पूर्ण कराने के निर्देश दिए। बैठक में किसान सम्मान निधि, निराश्रित गो-वंश आश्रय स्थल, मुख्यमंत्री निराश्रित गो-वंश सहभागिता योजना के अंतर्गत कुपोषित बच्चों के परिवारों को अच्छी गाय की सुपुर्दगी का अभियान चलाने, डेंगू, बुखार व अन्य बीमारियों से संबंधित दवाओं की उपलब्धता, 15 दिवसीय घर-घर सर्वेक्षण अभियान आदि की समीक्षा की।
बैठक में सीडीओ अनिता यादव, डीडीओ प्रदीप कुमार पांडेय, परियोजना निदेशक आरपी सिंह समेत सम्बंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।