-अवध विवि में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व भारत के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के जन्मदिवस पर हुए विभिन्न कार्यक्रम
अयोध्या। डॉ. राममनोहर लोहिया विश्वविद्यालय प्रशासनिक भवन के भूतल में 2 अक्टूबर के अवसर पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं भारत के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के जन्मदिवस के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों का कुलपति कर्नल डॉ. बिजेंद्र सिंह की अध्यक्षता में आयोजन किया गया। कुलपति द्वारा परिसर स्थित महात्मा गांधी, डॉ. लोहिया एवं सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा पर पुष्पार्चन कर माल्यार्पण किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कुलपति डॉ. बिजेंद्र सिंह ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करने के बाद के कहा कि गांधी जी ने भारत को आत्मनिर्भर होने की दिशा के कई मूल मंत्र दिए थे।
उनका उद्देश्य समाज के सभी वर्गों को एक साथ लेकर समावेशित समाज का निर्माण करना था। आत्मनिर्भरता के लिए गांधी जी का सुझाव था कि सभी भारतवासी ज्यादा से ज्यादा स्वदेशी वस्तुओं को अपनाए। आज का आधुनिक भारत इस दिशा में अग्रसर है। आत्मनिर्भरता के क्षेत्र में हम सभी ने महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की है।
भारत के सपूत पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री के योगदान को याद करते हुए कुलपति ने कहा कि भारत पाकिस्तान युद्ध के दौरान भारत के वीर जवानों ने अपनी राष्ट्रभक्ति और सैन्य क्षमता के बलबूते पाकिस्तान को घुटनों के बाल लाकर खड़ा कर दिया था। उस समय भारत के समक्ष कई चुनौतियां थीं उनमें से एक बड़ी चुनौती के रूप में खाद्यान्न संकट भी था। शास्त्री जी ने इस संकट से निपटने के लिए सभी भारतवासियों से सप्ताह में एक दिन व्रत रखने की अपील किया था जिसे सभी भारतवासियों ने सहर्ष स्वीकार कर पूरी दुनिया में भारत की एकजुटता और त्याग की भावना का संदेश दिया।
जय जवान जय किसान का संदेश आज भी भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बढ़ने के लिए प्रेरित कर रहा है। शास्त्री जी सादा जीवन उच्च विचार की प्रतिमूर्ति रहे उन्होंने अपने परिवार को सदैव सत्ता की चमक दमक से दूर रखा। कुलपति ने कहा कि वर्तमान समय में रक्षा के क्षेत्र में भारत प्रदेश और केंद्र सरकार की दूरदर्शिता के कारण आत्मनिर्भर होने की दिशा में अग्रसर है। कुलपति ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी शिक्षकों अधिकारियों एवं कर्मचारियों को ’मेरे सपनों का भारत’ की शपथ दिलाई और गांधी जी के प्रिय भजन वैष्णव जन को तेने कहिए जे पीड़ पराई जाने रे… के बाद राष्ट्रगान पर सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम को प्रो शैलेंद्र कुमार वर्मा ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर प्रो आशुतोष सिन्हा, प्रो. केके वर्मा, प्रो. विनोद कुमार श्रीवास्तव, प्रो एसके रायजादा, डॉ. विनोद कुमार चौधरी, सहायक अभियंता आरके सिंह, डॉ अनिल कुमार यादव, डॉ. मनीष सिंह, विनीत सिंह, डॉ राजेश कुमार सिंह, संजय सिंह, गिरीश पंत, राजीव त्रिपाठी आदि उपस्थित रहे।