स्रोत पर आयकर की कटौती एवं संग्रहण विषय पर हुई संगोष्ठी
अयोध्या। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के संत कबीर सभागार में आई0क्यू0ए0सी0 एवं आयकर विभाग, अयोध्या के संयुक्त तत्वाधान में ”स्रोत पर आयकर की कटौती एवं संग्रहण” (टी0डी0एस0 एवं टी0सी0एस0) विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी को संबोधित करते हुए आयकर अधिकारी अयोध्या परिक्षेत्र के सुनील कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि आयकर एक महत्वपूर्ण कर प्रक्रिया है। इसकी अदायकी से अर्थव्यवस्था को गति मिलती है। कल्याणकारी योजनाओं के लिए धन आंवटन की प्रक्रिया सहज होती है। उन्होंने बताया कि जो कर निर्धारण की प्रक्रिया से जुड़े उन्हें नियमित रूप से कर का भुगतान करना चाहिए।
आयकर निरीक्षक गुंजन ने बताया कि आयकर दाताओं की आमदनी पर टीडीएस प्रत्येक माह की सात तारीख तक भारत सरकार के खाते में जमा करना होता है। अपवाद के रूप में मार्च महिनें में अधिकतम 31 मार्च तक कर जमा करना होता है। आयकर न जमा कर पाने की दशा में आयकर अधिनियम की धारा-234इ के तहत दो सौ रूपये प्रतिदिन दण्ड कर के रूप में भुगतान करना होगा। आयकर विभाग से जुड़े राज कुमार मिश्र ने पैन एवं टैन के मूलभूत अन्तर बताते हुए कहा कि प्रत्येक आयकर दाता के पास एक पैन होता है। उसी प्रकार एक संस्था या कम्पनी के पास एक टैन नम्बर होता है। जो आयकर दाता कम्पनी या संस्था के अधीन कार्य करते है। उनके प्रति उस कम्पनी या संस्था का यह दायित्व है कि सभी करों की कटौती कर और कर संग्रहण कर भारत सरकार के खातों में जमा कराये। उन्होंने बताया कि टैक्स स्लैब एवं इनकम टैक्स रिटर्न फाइल के तकनीकी पक्षों पर कर दाताओं को ध्यान देना चाहिए। संगोष्ठी में आयकर विभाग के धमेंन्द्र मिश्र ने सभागार में उपस्थित कुछ कर दाताओं के प्रश्नों का भी उत्तर दिया एवं समस्याओं का समाधान किया। कार्यक्रम का संचालन आई0क्यू0ए0सी0 के निदेशक प्रो0 अशोक शुक्ला ने किया। आये हुए अतिथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापन भौतिकी एवं इलेक्ट्रानिक्स विभाग के डॉ0 अनिल कुमार द्वारा किया गया। इस अवसर पर मुख्य नियंता प्रो0 आर0एन0 राय, प्रो0 आशुतोष सिन्हा, प्रो0 के0के0 वर्मा, प्रो0 विनोद श्रीवास्तव, डॉ0 गीतिका श्रीवास्तव, डॉ0 शैलेन्द्र कुमार, डॉ0 शैलेन्द्र वर्मा, डॉ0 नरेश चौधरी, डॉ0 विजयेन्दु चतुर्वेदी, डॉ0 विनय मिश्र, डॉ0 सिंधु कुमारी, डॉ0 अभिषेक कुमार, डॉ0 अंशुमान पाठक, डॉ0 निमिष मिश्र, डॉ0 संजीत पाण्डेय, डॉ0 कपिलदेव, डॉ0 महेन्द्र पाल, डॉ0 अनुराग तिवारी, डॉ0 जुलियस कुमार, लेखा विभाग से संजय सिंह, अरूण कुमार सिंह, के0के0 मिश्र सहित सम्बद्ध महाविद्यालय के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।