-गाँव में पुलिस और पीएसी हालात की निगरानी में जुटी
अयोध्या । वारदात के चार दिन बाद भी कैंट थाना क्षेत्र के थार कांड में सहआरोपी का अभी सुराग नहीं मिल पाया है। इस चर्चित मामले में फरार आरोपी की पुलिस के साथ सर्विलांस और अन्य टीमें तलाश में जुटी है। वारदात के बाद सह आरोपी का लोकेशन सहादतगंज पुलिस चौकी के पास मिला था और फिर गुदड़ी बाजार चौराहे के पास उसका मोबाइल स्विच आफ हो गया।
मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर वारदात में प्रयुक्त थार गाडी बरामद कर ली थी। एफएसएल टीम ने साक्ष्य संकलन के बाद थार के टूटे हुए बम्पर से जाँच के लिए नमूना लिया है। साथ ही मौके से साक्ष्य संकलित किया है। उधर गाँव में पुलिस और पीएसी हालात की निगरानी में जुटी है।
शुक्रवार की रात खेत की रखवाली कर घर वापस लौट रहे बनवीरपुर गांव निवासी दो युवकों को थार गाड़ी से रौंद दिया गया था। इलाज के दौरान शनिवार की सुबह एक घायल कप्तान सिंह उर्फ़ रविंद्र की जिला अस्पताल में मौत हुई थी,जबकि कप्तान के चचेरे भाई आलोक सिंह उर्फ़ प्रिंस की रविवार को लखनऊ ट्रामा सेंटर में मौत हो गई थी।
मामले में घटना के बाद शैलेन्द्र सिंह ने गांव के ही अर्पित दूबे उर्फ़ अंकित तथा पूराकलंदर थाना क्षेत्र के गोपालपुर निवासी सुनील जायसवाल के खिलाफ जानलेवा हमले व धमकी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। घायलों की मौत के बाद पुलिस ने इसमें हत्या की धारा बढ़ाई थी और मुख्य आरोपी अर्पित दूबे को गिरफ्तार किया था। हालाँकि सहआरोपी सुनील जायसवाल मौके से फरार हो गया था।
इस चर्चित मामले में फरार आरोपी की गिरफ्तारी के लिए एसएसपी ने कैंट पुलिस के साथ सर्विलांस और स्वाट टीम को भी लगाया है। फरार आरोपी की तलाश में जुटी टीम को सुनील की लोकेशन सहादतगंज पुलिस चौकी क्षेत्र के बाद गुदड़ी बाजार क्षेत्र में मिली,लेकिन उसके बाद कोई लोकेशन हासिल न हो सकी। आशंका जताई जा रही है कि ऐसा आरोपी की ओर से गुदड़ी बाजार चौराहे के बाद अपना मोबाइल स्विच आफ करने के कारण हुआ।
पुलिस आरोपी के घर से लेकर छिपने के संभावित ठिकानों की सूची बना सुरागरसी में जुटी हुई है। कैंट थाने के प्रभारी निरीक्षक और मामले के विवेचक पंकज कुमार सिंह का कहना है कि सभी संभावित स्थलों पर फर्रा आरोपी की तलाश कराई जा रही है।