अयोध्या। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के फाईन आर्ट्स विभाग तथा अर्थशास्त्र एवं ग्रामीण विकास विभाग के संयुक्त संयोजन में अयोध्या के सांस्कृतिक धरोहर स्वरूप विषयक नौ दिवसीय ऑयल चित्रण कार्यशाला के पाँचवे दिन सोमवार को डॉ. शंकुतला मिश्रा पुनर्वास विश्वविद्यालय के ललित कला के संकायाध्यक्ष प्रो0 पाण्डेय राजीव नयन द्वारा अवलोकन कर छात्रों का उत्साहवर्धन किया गया। उन्होंने छात्र-छात्राओं को चित्र में रंगभर के त्रि-आयामी प्रभाव युक्त बनाने की तकनीकी से रूबरू कराया।
राष्ट्रीय कार्यशाला की आयोजन सचिव ललित कला विभाग की सरिता सिंह ने बताया कि इस कार्यशाला में 80 प्रतिभागियों द्वारा पौराणिक चित्रण में रंग भरने का कार्य किया जा रहा है। कार्यशाला की संयोजिका डॉ0 सरिता द्विवेदी ने बताया कि डोगरा रेजिमेन्ट द्वारा हस्तांतरित यह कार्य छात्रों द्वारा उत्साहपूर्वक पूर्ण किया जा रहा है जिसमें विभागीय शिक्षक श्रीमती रीमा सिंह एवं आशीष प्रजापति द्वारा सुचारू ढ़ग से संचालित किया जा रहा हैं। उन्होंने बताया कि सास्कृतिक धरोहरो को संरक्षित करने के लिए यह कार्यशाला अयोध्या के सांस्कृतिक आध्यात्मिक स्वरूप को पूर्ण रूप से विकसित करेगी।
फाईन आर्ट्स विभाग के समन्वयक एवं विभागाध्यक्ष अर्थशास्त्र एवं ग्रामीण विकास विभाग प्रो. विनोद कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि राष्ट्रीय नौ दिवसीय कार्यशाला निश्चित ही अयोध्या को नए आयाम प्रदान करेगी तथा अयोध्या के क्षेत्रिय कला से लोगो को अवगत करायेगी। कार्यशाला के दौरान प्रो0 आशुतोष सिन्हा, प्रो0 मृदुला मिश्रा, डॉ0 प्रिया कुमारी, डॉ0 अलका श्रीवास्तव, तथा उपस्थित छात्रों में प्रीति, रोहन, अमित सिंह, कीर्ति, उमा, सोनू, बीरेन्द्र, कु0 शालिनी, अमित, निशांत, कीर्ति, अंजली, के साथ गैरशैक्षणिक कर्मचारी विजय कुमार शुक्ला, कुशाग्र पाण्डेय, शिव शंकर यादव सहित अन्य छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।