कुलपति प्रो0 रविशंकर सिंह की अध्यक्षता में विद्यापरिषद की हुई बैठक
अयोध्या। डॉ0 राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के कौटिल्य प्रशासनिक भवन में आज 28 जुलाई, 2021 को अपराह्न 3 बजे कुलपति प्रो0 रविशंकर सिंह की अध्यक्षता में विद्यापरिषद की बैठक हुई। बैठक में नई शिक्षा नीति-2020 के तहत परिसर में स्थापित ऋषभदेव जैन शोधपीठ के अन्तर्गत सत्र 2021-22 से जैनोलॉजी, समाजशास्त्र, प्राचीन इतिहास, अंग्रेजी, राजनीतिशास्त्र, दर्शनशास्त्र एवं हिन्दी विषय को स्नातक स्तर पर संचालित किए जाने की सहमति बनी।
बैठक में विद्यापरिषद के सदस्यों के समक्ष पीएचडी अध्यादेश-2021 रखा गया। सभी सदस्यों ने अध्यादेश का अनुमोदन किया। अयोध्या में श्रीराम का पांच वर्षों का इतिहास शीर्षक पर (श्रीराम मन्दिर विध्वंश से लेकर अद्यतन) शोध कार्य के लिए गठित समिति के आधार की संस्तुति का बैठक में अनुमोदन किया गया।
बैठक में विश्वविद्यालय में सेंट्रल इंस्ट्रुमेंटल फैसिल्टी केन्द्र खोले जाने के सम्बन्ध में गठित समिति द्वारा की गई संस्तुतियों के अनुमोदन पर विचार किया गया। इसके अतिरिक्त 24 जुलाई को सम्पन्न ऑनलाइन एवं ऑफलाइन फार्मेसी अध्ययन बोर्ड की बैठक में लिए गए निर्णय के अनुमोदन पर विचार किया गया। बैठक के पूर्व विश्वविद्यालय के कुलसचिव उमानाथ ने विद्यापरिषद के सदस्यों के समक्ष विन्दुवार कार्यवृत्त रखा। उसके उपरांत 23 जून, 2021 को सम्पन्न हुई बैठक की कार्यवृत्त की पुष्टि की गई।
बैठक में प्रो0 अजय प्रताप सिंह, प्रो0 चयन कुमार मिश्र, प्रो0 अशोक शुक्ल, प्रो0एसएस मिश्र, प्रो0 आरके सिंह, प्रो0 हिमांशु शेखर सिंह, प्रो0 फारूख जमाल, प्रो0 गंगाराम मिश्र, प्रो0 आशुतोष सिन्हा, प्रो0 जसवंत सिंह, प्रो0 राजीव गौड़, प्रो0 के0के0 वर्मा, प्रो0 शैलेन्द्र वर्मा, डॉ0 संजय चौधरी, डॉ0 अनिल कुमार, डॉ0 नीलम यादव, डॉ0 मोती लाल वर्मा सहित अन्य सदस्य ऑफलाइन एवं ऑनलाइन उपस्थित रहे।