-प्रत्येक विद्यालय में सुदृढ़ लाइब्रेरी व रीडिंग कॉर्नर स्थापित करने पर विशेष ध्यान

अयोध्या। रूम टू रीड इंडिया ने उत्तर प्रदेश सरकार के सहयोग से अयोध्या में जिला परियोजना प्रबंधन इकाई की शुरुआत की गई। यह पहल निपुण भारत के उस प्रमुख आधार “पढ़ने के प्रति झुकाव” को जिला स्तर पर मजबूत करती है, जो FLN लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में निर्णायक भूमिका निभाता है। निपुण भारत का मानना है कि पढ़ना सीखना ही वास्तविक सीखने की शुरुआत है। बच्चा तभी पढ़ने में दक्ष होता है जब उसे प्रतिदिन पुस्तकों, कहानियों और पठन गतिविधियों से जुड़ने का अवसर मिले। इसी सोच के साथ अयोध्या में प्रत्येक विद्यालय में सुदृढ़ लाइब्रेरी और रीडिंग कॉर्नर स्थापित करने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है
मुख्य विकास अधिकारी श्री कृष्ण कुमार सिंह ने बताया कि जनपद अयोध्या में यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि:
* 1,523 विद्यालयों में लाइब्रेरी और रीडिंग कॉर्नर स्थापित हों और उनका नियमित व सक्रिय उपयोग हो।
* हर कक्षा में पुस्तकों से भरपूर वातावरण बने, जहाँ बच्चे प्रतिदिन 20–30 मिनट स्वतंत्र पठन या कहानी-पाठ कर सकें।
* बच्चों के स्तर के अनुसार उपयुक्त स्टोरीबुकें, स्टोरी कार्ड और स्थानीय कहानियाँ उपलब्ध कराई जाएँ।
* आनंददायक पठन को कक्षा-शिक्षण से जोड़कर FLN के लक्ष्य तेजी से प्राप्त किए जाएँ।
* शिक्षकों को लाइब्रेरी उपयोग, कहानी-पाठ और स्वतंत्र पठन को दैनिक दिनचर्या में शामिल करने का प्रशिक्षण दिया जाए।
जिला परियोजना प्रबंधन इकाई का उद्देश्य है कि लाइब्रेरी आधारित पठन को कक्षा-शिक्षण से जोड़ते हुए निपुण भारत के लक्ष्यों को प्रभावी रूप से हासिल करना तथा शिक्षकों और शैक्षणिक नेतृत्व को लाइब्रेरी संस्कृति को विद्यालय की नियमित प्रक्रिया का मुख्य हिस्सा बनाने में सहयोग देना। कार्यक्रम में जिले के प्रमुख अधिकारियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। मुख्य विकास अधिकारी, अयोध्या ने विशिष्ट अतिथि के रूप में समारोह की शोभा बढ़ाई। साथ ही मुख्य अतिथि के रूप में वेद प्रकाश गुप्ता (विधायक सदर, अयोध्या) एवं महानगर अध्यक्ष कमलेश श्रीवास्तव ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम को गरिमा प्रदान की।
बेसिक शिक्षा अधिकारी लाल चंद एवं सभी एस०आर०जी० तथा ए०आर०पी० ने भी सक्रिय भागीदारी की। कार्यक्रम के अवसर पर रूम टू रीड इंडिया की कंट्री डायरेक्टर पूर्णिमा गर्ग ने कहा कि “बुनियादी साक्षरता हर बच्चे की सीखने की यात्रा का मुख्य द्वार है” उत्तर प्रदेश सरकार के साथ हमारी साझेदारी इस साझा प्रतिबद्धता को दर्शाती है कि प्रत्येक बच्चा, चाहे वह किसी भी भौगोलिक या सामाजिक परिस्थिति में हो, वो पढ़ने, सीखने और आगे बढ़ने का कौशल विकसित कर सकता है। अयोध्या में जिला परियोजना प्रबंधन इकाई की स्थापना प्रणाली को सशक्त बनाने, शिक्षकों को सक्षम करने और बच्चों के लिए आनंददायक सीखने के वातावरण बनाने की दिशा में एक दूरदर्शी कदम है।
हम सब मिलकर ऐसा मॉडल तैयार कर रहे हैं, जो पूरे राज्य और देश के अन्य जिलों के लिए प्रेरणा बन सकता है।” रूम टू रीड इंडिया की कंट्री डायरेक्टर, पूर्णिमा गर्ग ने कहा कि जब बच्चा प्रतिदिन पढ़ता है और कहानियों से जुड़ता है, उसकी भाषा स्वतः ही विकसित होती है और वह सीखने में निपुण होता जाता है। अयोध्या में DPMU की शुरुआत लाइब्रेरी संस्कृति को हर विद्यालय और हर बच्चे तक पहुँचाने का महत्वपूर्ण कदम है, जिससे FLN के सीखने के परिणाम निश्चित रूप से और मजबूत होंगे।”