रिपोर्ट मिलने के बाद शहर के एक होटल में कोरांटीन किए गए गर्भवती महिला के सगे संबंधियों और महिला की जांच करने वाले आशापुर स्थित संजाफ़ी अस्पताल के चिकित्सक और स्टाफ को होम कोरांटीन किया गया है
AYODHYA: नोबेल कोरोनावायरस के वैश्विक संक्रमण के बीच एक बार फिर से राम नगरी अयोध्या ग्रीन जोन की सूची में शामिल हो गई है। पड़ोसी जनपद सुल्तानपुर के कुड़वार सीएचसी कोरोनावायरस अस्पताल में आइसोलेट अयोध्या जनपद के पूरा बाजार विकासखंड क्षेत्र स्थित सनेथू गांव के मजरे नत्थन का पुरवा निवासी गर्भवती महिला की दूसरी जांच रिपोर्ट पीजीआई लखनऊ के लैब से कोरोना नेगेटिव आई है। रिपोर्ट मिलने के बाद शहर के एक होटल में क्वांट्राइन किए गए गर्भवती महिला के सगे संबंधियों और महिला की जांच करने वाले आशापुर स्थित संजाफ़ी अस्पताल के चिकित्सक और स्टाफ को होम क्वांट्राइन किया गया है। हालांकि अभी गर्भवती महिला को आइसोलेट और उसके परिवार को क्वांट्राइन रखा गया है। महिला की 48 घण्टे बाद तीसरी जांच के लिए सैम्पल पीजीआई भेज जाएगा। चार-पांच दिनों से रामनगरी पर छाये कोरोना रूपी संकट के बादल छटने के बाद जिला मजिस्ट्रेट ने छूट का दायरा बढ़ाया है। हालांकि कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए जनपद वासियों को आगाह किया है कि फिलहाल लाडा उनका कड़ाई से अनुपालन जारी रहेगा और लोग 3 मई के बाद भी छूट के प्रति ज्यादा आश्वस्त न हो।
देश में लॉक डाउन लागू होने के काफी पहले राजस्थान प्रांत से वापस अपने घर लौटी 25 वर्षीय गर्भवती महिला प्रसव के लिए आशापुर स्थित संजाफी अस्पताल पहुंची थी। अस्पताल प्रशासन ने 22 अप्रैल को महिला के नाक और गले के सवैब का सैंपल जांच के लिए प्राइवेट लैब पैथ काइंड को भिजवाया था।लैब की ओर से 23 अप्रैल की शाम जारी रिपोर्ट में गर्भवती महिला को कोरोना पॉजिटिव बताया गया था। इसके बाद प्रशासनिक अमले में हलचल मच गई थी महिला के गांव को हॉटस्पॉट घोषित कर सील कर दिया गया था और परिवार व सगे संबंधियों तथा प्राइवेट अस्पताल स्टाफ को क्वांट्राइन करा दिया गया था।
तबलीगी जमात से जुड़े 16 लोगों समेत 775 कि कोरोनावायरस जांच कराई गई
जिले में अब तक तबलीगी जमात से जुड़े 16 लोगों समेत 775 कि कोरोनावायरस जांच कराई जा चुकी है और सभी नेगेटिव मिले हैं।कोरोनावायरस के संक्रमण का फैलाव नियंत्रित होने के चलते प्रभावित जिलों की अपेक्षा जिले में सहूलियत दिए जाने का दौर सामान्य रूप से चल रहा था। एक बार फिर से राम नगरी के ग्रीन जोन में आने के बाद पुलिस प्रशासन ने राहत की सांस ली है। मंगलवार को जिला मजिस्ट्रेट ने मोबाइल रिपेयरिंग, इलेक्ट्रिक व इलेक्ट्रॉनिक की दुकानों और मरम्मत को सशर्त अनुमति है। वही जिले में कृषि संबंधी उपकरणों के साथ इनकी मरम्मत से जुड़े प्रतिष्ठानों को खोलने,18 प्राइवेट अस्पतालों और नर्सिंग होम को मेडिकल इमरजेंसी सेवा संचालित करने, ईट भट्ठों,कोल डिपो, सीमेंट गोडाउन के संचालन और बिक्री को सशर्त अनुमति दी है।जिला मजिस्ट्रेट अनुज कुमार झा ने बताया कि सोमवार तक जिले में 775 लोगों की जांच कराई जा चुकी है। आवश्यक आवश्यकताओं से जुड़े दुकानों और प्रतिष्ठानों को सशर्त संचालन की अनुमति दी गई है। उन्होंने बताया कि वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लाकडाउन का कड़ाई से अनुपालन कराया जा रहा है। जिला कोरोनावायरस से मुक्त है बावजूद इसके कोई लापरवाही नहीं होने दी जाएगी।