त्रुटि के लिए ट्रस्ट महासचिव चम्पत राय ने मांगी माफी
अयोध्या। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का लोगो बनाने में चूक हो गयी थी। लोगो में रामो विग्रहवान धर्मः लिखने में गलती हो गयी थी। विग्रहवान में न पर हलंत नहीं लगाया गया था। ट्रस्ट के लोगो में अब सुधार कर दिया गया है। श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट के लोगो पर काशी के विद्वानों को आपत्ति थी। लोगो में नीचे लिखे ’रामो विग्रहवान धर्मः’ में अशुद्धि बताई गयी। विद्वानों के अनुसार, विग्रहवान में हलंत न होने से अर्थ का अनर्थ हो रहा है। हलंत न होने से अर्थ हो रहा कि राम अधर्म के विग्रह हैं। इसे तत्काल सुधार कर नया लोगो जारी करने की मांग की गई थी। यह मांग करने वालों में काशी विद्वत परिषद के अध्यक्ष प्रोफेसर राम यत्न शुक्ल, राम नारायण द्विवेदी, ब्रजभूषण ओझा, रमाकान्त पाण्डेय और शिव जी उपाध्याय शामिल रहे। ट्रस्ट ने विद्वानों की आपत्ति को गंभीरता से लेते हुए लोगों में संशोधन कर नए सिरे से जारी कर दिया है।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव और विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय ने काशी के विद्वानों की ओर से ट्रस्ट के लोगो के संबंध में जताई गई आपत्ति पर क्षमा मांगी है। उन्होंने ट्रस्ट के लोगो में आंशिक त्रुटि को स्वीकार करते हुए इसमें सुधार भी कर दिया है। आपत्ति के बाद त्रुटि में सुधार कर महासचिव श्री राय की ओर से नया लोगो भी जारी कर दिया गया है।