लेखपाल को हटाकर बना दिया बलि का बकरा
अयोध्या। पावन सरयू नदी के माझा कला घाट पर अवैध बालू खनन का मामला उजागर करने वाले शिकायतकर्ता बनबीरपुर निवासी प्रवीण कुमार दूबे ’नीटू’ पर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में शिकायतकर्ता को कैंट पुलिस ने 107/16 में पाबंद कर दिया है। वहीं दूसरी तरफ जिला प्रशासन नें लेखपाल की सच बयां करती आडियो जिसमें गाटा संख्या 912 के बावत उसके द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट को फाइल से गायब करने का आरोप विभाग के लोगों पर लगाया गया है, के वायरल हो जाने के चलते वहां से हटाते हुए बलि का बकरा बना दिया गया है।
गौरतलब है कि शासन के लाख दिशा निर्देश के बावजूद माझा कलाँ घाट पर अवैध बालू खनन बदस्तूर जारी है। बनबीरपुर निवासी प्रवीण कुमार दुबे ’नीटू’ द्वारा सर्वप्रथम जिला प्रशासन से इस पर रोक लगाए जाने की मांग गत 16 मार्च को जिलाधिकारी से मिलकर एक प्रार्थना पत्र सौंपकर की गई थी। किसी तरह की कार्रवाई करने के बजाय जिला प्रशासन ने इस एप्लीकेशन को रद्दी की टोकरी में डाल दिया था। यहां पर कोई सुनवाई होता न देख शिकायतकर्ता ने शासन में बैठी खनन सचिव डॉ रोशन जैकब का दरवाजा खटखटाया। ऊपर से पड़े दबाव में डीएम ने आनन-फानन में खनन माफिया के खिलाफ 6 लाख 60 हजार 400 रूपये का जुर्माना कर मामले को रफा-दफा करते हुए शासन में रिपोर्ट भेज दी, जबकि घाट पर पूर्व कि भांति लगातार अवैध खनन जारी रहा।
बताया जाता है कि खनन माफिया जो सपा, बसपा शासनकाल में अकूत दौलत हथिया चुका है अभी कुछ ही महीने पहले सत्ता दल हमराह हो चला है। सूत्रों के मुताबिक खनन माफिया को जनपद के ही एक बड़े सफेदपोश का वरदहस्त भी प्राप्त है। खबर है कि खनन के अलावा इसका शराब के कारोबार में भी ठीक-ठाक दखल है। अवैध बालू खनन में लगातार सैकड़ों की संख्या में लगी ट्रकें इसे सरयू पार गोंडा और बस्ती के जनपदों में ठिकाने लगाने का काम कर रही हैं। इस पूरे प्रकरण में संभागीय परिवहन अधिकारी प्रवर्तन राजीव ओझा की भूमिका को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। हैरत की बात है कि जीरो टॉलरेंस पर काम कर रही प्रदेश की योगी सरकार के मंसूबे पर अयोध्या जिला प्रशासन आखिर पलीता लगाने पर क्यों लगा हुआ है? कैण्ट पुलिस की कारस्तानी का आलम यह है कि खनन माफिया के गुर्गों से धमकी मिलने के बाद शिकायतकर्ता द्वारा डीएम, एसएसपी से जानमाल की सुरक्षा की गुहार लगाए जाने पर जनपद की कैंट पुलिस नें उलटे उसको ही 107/16 में पाबंद कर दिया है। इस पूरे मामले को लेकर क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं। इस प्रकरण पर प्रभारी जिला खनन अधिकारी अर्जुन कुमार का पक्ष जानने हेतु उनके मोबाइल पर किया गया फोन लगातार स्विच ऑफ मिला। वहीं सम्भागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) शिखर ओझा नें अवैध बालू खनन में लगी ट्रकों द्वारा की जा रही ओवरलोडिंग के सवाल पर औचक चेकिंग कराकर कार्रवाई किए जाने की बात कही।