कहा-महात्मा टिकैत के सिद्धांतों से भटक गए हैं उनके वारिस
अयोध्या। भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारी जो अपने आपको महात्मा टिकैत का वारिस बताते हैं वह महात्मा टिकैत के सिद्धांतों से भटक गए हैं। उनको किसानों से कोई लेना देना नही है। वह अब राजनीति करन लगे है। उक्त विचार भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश सिंह चौहान ने रविवार को सर्किट हाउस में आयोजित प्रेसवार्ता में व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि जब देश का किसान कमजोर होगा तो देश कमजोर होगा और जब किसान खुशहाल होगा तो देश मजबूत होगा। उन्होंने कहा कि महात्मा टिकैत ने हमेशा किसानों की मदद की। उन्होंने कभी राजनीति से अपने को नही जोड़ा। यहां तक कि जब राकेश टिकैत चुनाव लडे़ तो उनके समर्थंन में प्रचार भी नही किया। किन्तु आज नरेश टिकैत महात्मा टिकैत के नाम का फायदा उठाकर चुनाव के लिए टिकट बांटने का काम कर रहे हैं। हमलोगों ने 13 माह तक दिल्ली बार्डर पर आन्दोलन कर सरकार को झुकाने का काम किया और आखिर संगठन की ताकत के सामने सरकार को झुकना पड़ा व अपना बिल वापस लेना पड़ा।
किन्तु जब चुनाव आया तो राकेश टिकैत लोगों को यह कहते घूम रहे थे कि इनको वोट दो उनको वोट दो। यह क्या है यही है महात्मा टिकैत का सिद्धांत? पूछे गए एक सवाल के जवाब में राजेश सिंह चौहान ने कहा कि अग्निपथ योजना जो प्रारम्भ की है वह युवाओं के हक में अच्छी है। किन्तु हमारा यह कहना है कि युवाओं को इसके विरोध में पत्थर बाजी,आगजनी या हिंसा नही करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि इस योजना को चार वर्ष से बढ़ाकर आठ वर्ष कर दे। नौकरी के लिए निर्धारित आयु सीमा को बढ़ा दे। राजेश सिंह चौहान ने कहा कि हमको किसी भी राजनीति से कोई लेना देना नही है। हमें किसानों को लड़ाई लड़ना है वह भी महात्मा टिकैत के सिद्धांतो पर चलकर। इस मौके पर अरविन्द कुमार, फरीद अहमद, सुमन पाण्डेय, श्रीराम वर्मा,घनश्याम यादव, राम बरन, विक्रांत सैनी, गुडडू, उमेश यादव, महेन्द्र प्रताप, संजय यादव, सुरेन्द्र वर्मा, जितेन्द्र कुमार आदि मौजूद रहे।