10 लोग वारदात में थे शामिल, पांच गिरफ्तार
अयोध्या। जनपद के हैदरगंज थाना क्षेत्र में हत्या कर फेंकी गई दो युवकों की लाश के मामले में अहम क्लू हाथ लगने के बाद पुलिस ने चंद घंटे में पूरे मामले का खुलासा कर लिया। वारदात को प्रेम प्रसंग के चलते अंजाम दिया गया था और इस बारदात में कुल 10 लोग शामिल थे, जिनमें से पुलिस ने बाप-बेटे समेत 5 को गिरफ्तार कर लिया है। आला कत्ल डंडा और शव को ठिकाने लगाने के लिए इस्तेमाल पिकअप वाहन को भी बरामद किया है। साथ ही मृतक की बाइक भी बरामद कर ली गई है।
गौरतलब है कि शुक्रवार की सुबह हैदरगंज थाना क्षेत्र के जाना बाजार मार्ग स्थित मनऊपुर में ब्रह्म बाबा के निकट सडक़ किनारे गड्ढे में दो युवकों का शव मिला था। बाद में मृतकों की शिनाख्त प्रतापगढ़ निवासी रविकांत मोदनवाल और मनोज मोदनवाल के रूप में हुई थी। बताया गया थी कि दोनो अपने घर से अयोध्या दर्शन करने के लिए बाइक से निकले थे। शिनाख्त के बाद पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर अज्ञात के खिलाफ हत्या कर शव को छिपाने की धारा में मुकदमा पंजीकृत किया था। मौके से युवको की मोबाइल, सामान तथा बाइक गायब मिली थी।
वारदात को प्रेम प्रसंग के चलते अंजाम दिया गया
शनिवार को पुलिस लाइन सभागार में आयोजित पत्रकार वार्ता में एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने बताया कि मृतकों के मोबाइल की सीडीआर निकाली गई तथा सर्विलांस की मदद ली गई तो मामले में अहम क्लू पुलिस के हाथ लग गया। पता चला कि रवि मोदनवाल का गोसाईगंज थाना क्षेत्र निवासी एक युवती से प्रेम प्रसंग चल रहा था। फेसबुक से संपर्क में आने के बाद उसकी अक्सर मोबाइल पर बातचीत होती थी। पुलिस की अलग-अलग टीमों ने छानबीन और पूछताछ को आगे बढ़ाया तो अलग-अलग स्थानों से गोसाईगंज थाना क्षेत्र के शिवपुरी कॉलोनी कटरा गोसाईगंज निवासी 62 वर्षीय सूरज प्रकाश मोदनवाल और उसके बेटे 28 वर्षीय संदीप मोदनवाल तथा इनके यह कार्य करने वाले इसी थाना क्षेत्र के अंकारीपुर गांव निवासी 32 वर्षीय शेरू उर्फ जगदेव सिंह तथा राम जन्मभूमि थाना क्षेत्र के मीरापुर निवासी दिलीप कुमार मांझी व कंधरपुर निवासी विष्णु उर्फ छोटू को गिरफ्तार किया।
पूछताछ में बाप-बेटे ने बताया कि इन लोगों ने सामाजिक मान मर्यादा बिगडऩे से आक्रोशित होकर डंडे से रविकांत मोदनवाल की स्कूल के पीछे, फिर एक कमरे में तथा इसके बाद एक गेस्ट हाउस में जमकर पिटाई की, जिसके चलते उसकी मौत हो गई। वारदात पर पर्दा डालने के लिए उसके साथी मनोज की भी हत्या कर दी तथा अपनी पिकअप यूपी 42 सी 0212 की मदद से दोनों के शव को हैदरगंज थाना क्षेत्र में सडक़ किनारे गड्ढे में फेंक दिया। मृतकों का सामान पि-ू बैग आदि रास्ते में फेंक दिया, बाइक को अंबेडकर नगर जिले की सीमा पर खड़ा कर दिया तथा मोबाइल आदि को आग के हवाले कर दिया।
एसएसपी ने बताया कि अभी प्रकरण में पांच अन्य लोगों की तलाश है। जिसको लेकर तहकीकात तथा तलाश कराई जा रही है। वारदात के खुलासे में एसपी देहात अतुल कुमार सोनकर, सीओ बीकापुर प्रमोद कुमार यादव, सीओ मिल्कीपुर सत्येंद्र भूषण तिवारी, थाना प्रभारी हैदरगंज राजेश मिश्रा तथा स्वाट टीम प्रभारी निरीक्षक अरशद की टीम को 20 हजार रूपये का इनाम दिए जाने की घोषणा की गई है।
दोस्ती के चलते मनोज को गंवानी पड़ी जान
-बताया जाता है कि एक ही क्षेत्र के रहने वाले शादी विवाह तथा अन्य कार्यक्रमों में कैटरिंग का काम करने वाले मनोज मोदनवाल की रविकांत से प्रकाश दोस्ती थी और दोनों साथ ही काम पर जाते थे। कैटरिंग के काम के दौरान ही रविकांत का संबंध गोसाईगंज क्षेत्र निवासी ग्रेजुएशन की छात्राओं से हुआ और धीरे-धीरे दोनों के बीच प्रेम प्रसंग आगे बढ़ निकला। पहले तो फेसबुक पर भावनाओं का आदान-प्रदान होता था फिर दोनों के बीच मोबाइल पर लंबी बातें होने लगी। चर्चा तो यहां तक है कि एक ही बिरादरी का होने के चलते लडक़ी के परिजनों से शादी की भी बात की गई लेकिन उन्होंने लडक़े की खराब आर्थिक व सामाजिक हैसियत तथा अपनी आर्थिक हैसियत और सामाजिक प्रतिष्ठा के चलते इस रिश्ते को नामंजूर कर दिया।
नाराज रविकांत ने अपनी और प्रेमिका की कुछ फोटो परिवार के सदस्यों तथा रिश्तेदारों के मोबाइल पर शेयर कर दी थी इससे प्रेमिका के परिवार के लोग काफी नाराज थे। इलाहाबाद से आकर अपनी ससुराल गोसाईगंज में बसे सूरज प्रकाश मोदनवाल ने तय साजिश और रणनीति के तहत रविकांत को बुलवाया और उसकी हाथ बांधकर पीट-पीटकर हत्या कर दी। बाप-बेटे की उसके दोस्त मनोज से कोई रंजिश नहीं थी, लेकिन वह रविकांत की हत्या का चश्मदीद गवाह हो गया था जिसके चलते रविकांत की हत्या की वारदात पर पर्दा डालने के लिए उन्होंने रविकांत के जिगरी दोस्त मनोज मोदनवाल की भी हत्या कर दी और दोनों के शव को ठिकाने लगा दिया।