-जीवनधारा नमामि गंगे संस्था के प्रतिनिधि मण्डल ने की समीक्षा बैठक
अयोध्या। जीवनधारा नमामि गंगे संस्था के सात सदस्यीय प्रतिनिधि मण्डल ने जिलाधिकारी नितीश कुमार, मुख्य विकास अधिकारी अनिता यादव, नगर आयुक्त विशाल सिंह, प्रभागीय वनाधिकारी सतांशु पांडेय, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट विशाल कुमार सहित जिला गंगा समिति अन्य सदस्यों एवं सम्बंधित विभाग के अधिकारियों के साथ सर्किट हाउस के सभागार में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण, अर्थ गंगा मिशन के उपबन्धों, प्राकृतिक कृषि, गंगा ग्रामों व घाटों पर ठोस एवं तरल अपशिष्टों का निस्तारण एवं प्रबन्धन आदि की समीक्षा की। बैठक में जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी व प्रभागीय वनाधिकारी ने जनपद में उक्त क्षेत्रों में किये गये महत्वपूर्ण कार्यो की जानकारी दी। जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद में जल संरक्षण एवं संचयन हेतु वृहद स्तर पर कार्य किये गये हैं, जिसमें अयोध्या विकास प्राधिकरण द्वारा समदा झील का जीर्णोद्वार किया गया है। विलुप्त हो चुकी तिलोदकी नदी का पुनरूद्वार, तमसा नदी एवं विसुही नदी का पुनरूद्वार का कार्य किया गया है। जनपद के विभिन्न ग्रामों में एक-एक एकड़ से अधिक क्षेत्रफल के 166 सरोवरों पर कार्य चल रहा है।
22 अमृत सरोवर पर कार्य हो चुका है। इसी के साथ ही अयोध्या धाम व उसके आसपास स्थित विभिन्न पौराणिक कुंडों के जीर्णोद्धार/पुनरुद्धार का कार्य चरणबद्ध तरीके से किया जा रहा है। वर्तमान में 20 कुण्डों पर कार्य प्रगति पर है। सूर्यकुण्ड, हनुमान कुण्ड, स्वर्णखनि कुण्ड, गणेश कुण्ड आदि पर कार्य पूर्ण भी हो चुका है। उन्होंने बताया कि जनपद में कई बड़े जल श्रोत यथा सिड़सिड़, सुरवारी, उधैला आदि झालें स्थित हैं जिन्हे संरक्षित करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। इसी के साथ ही अयोध्या में कई बड़ी परियोजनायें भी संचालित हो रही है। उन्होंने कहा कि अयोध्या एक पौराणिक शहर है यहां के पौराणिक कुण्डों पर बड़े स्तर पर कार्य चल रहा है। इस अवसर पर प्रभागीय वनाधिकारी ने वृक्षारोपण तथा जल संरक्षण हेतु कार्यो एवं विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों तथा नमामि गंगे योजना द्वारा किये गये कार्यो की जानकारी दी। इस दौरान नमामि गंगा संस्था के प्रतिनिधि गणों द्वारा जनपद में बड़े स्तर पर नमामि गंगे योजना के तहत संचालित कार्यो एवं जिला प्रशासन द्वारा जल संरक्षण एवं पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छता हेतु किये गये कार्यो की सराहना की तथा चीजों को और बेहतर करने की अपेक्षा की।
नमामि गंगे द्वारा संचालित योजनाओं का बेहतर ढंग से संचालन की भी सराहना की गई। इस अवसर पर प्रतिनिधि मंडल ने कहा कि जनपद में सरयू के किनारे स्थित सभी 5 ब्लाकों में दो-दो ग्रामों को आदर्श सरयू बेसिन गंगा ग्राम के रूप में विकसित किया जायें, जिनमें सॉलिड एवम् लिक्विड बेस्ट मैनेजमेंट की अच्छी व्यवस्था, खेलकूद हेतु सरयू मैदान, अमृत सरोवर तालाब, अंत्येष्टि स्थल आदि सुविधायें उपलब्ध कराई जाएं। इसी के साथ ही उन्होंने कहा कि लोगों को जलीय जन्तुओं को बचाने हेतु जागरूक किया जाये, कृषि अपशिष्टों को जलाने से रोका जायें। स्थानीय नदियों में वर्ष भर पानी की उपलब्धता पर और कार्य किया जाये। बैठक में निर्देशित किया गया कि जनपद में प्राकृतिक कृषि को बढ़ावा देने हेतु लोगों को जागरूक करने की दिशा में कार्य किया जाये। सरयू के किनारे स्थित ग्रामों के वासियों को आर्थिक रूप से मजबूत किया जाये।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी को नदी बेसिन ग्रामों में चिकित्सा शिविर लगाने के निर्देश दिये गये। उप निदेशक कृषि रासायनिक खाद का प्रयोग कम करने तथा प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने हेतु लोगों को प्रेरित करने के निर्देश दिये गये। विद्यालयों में जल संरक्षण एवं पर्यावरण संरक्षण में सांस्कृतिक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये जाये। बैठक में जिलाधिकारी ने अयोध्या आने वाले श्रद्वालुओं को प्रकृति से जोड़ने हेतु सरयू बेसिन ग्रामों में बोटिंग व अन्य सुविधाओं को विकसित कर वहां पर भ्रमण कराने को कहा।
बैठक के उपरांत प्रतिनिधि मण्डल द्वारा राज घाट पर नंदनवन, निर्माणाधीन सीवर ट्रीटमेंट प्लांट, ईंट भट्ठा का निरीक्षण किया गया तथा बनबीर पुर नर्सरी में पौधरोपण किया तथा अयोध्या के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों का भ्रमण किया गया। बैठक में अध्यक्ष/महानिदेशक हरिओम शर्मा, प्राकृतिक कृषि/एफपीओ स्वपिनल द्विवेदी, औद्योगिक अवशिष्ट प्रबंधन लोकेश शर्मा, मिशन शक्ति महिला सशक्तिकरण ममता शर्मा धर्माचार्या एवं समाज सेविका आरती भारद्वाज ओएसडी य राष्ट्रीय अध्यक्ष यामिनी मिश्रा सहित मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर संजय जैन, एसपी सिटी, संबंधित उपजिलाधिकारी व अधिकारी गण उपस्थित रहे।