फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का दूसरा दिन
अयोध्या। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय एवं इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय क्षेत्रीय केंद्र लखनऊ के संयुक्त संयोजन में ”आईसीटी, लर्निंग एंड ई-कंटेंट डेवलपमेंट” विषय पर सात दिवसीय फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम के दूसरे दिन आज 21 जुलाई, 2020 को मुख्य वक्ता एचआरडीसी, अहमदाबाद के प्रो0 जगदीश जोशी ने आईसीटी कंटेंट और लर्निंग के बारे में बताते हुए कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में आईसीटी एक प्रभावशाली साधन है। इस पर सरकार बहुत अधिक ध्यान दे रही है। उन्होंने बताया कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में प्रशिक्षित शिक्षकों की उपलब्धता में आईसीटी की भूमिका बढ़ रही है। इसके लिए नेशनल मिशन ऑफ एजुकेशन सहयोग कर रहा है। उन्होंने बताया कि आईसीटी शिक्षा में पाठ्यक्रम के तहत अध्ययन-अध्यापन, अधिगम सामग्री और संसाधन, प्रबंधन और मूल्यांकन सहित अन्य कार्यों को आसानी से किया जा सकता है। इसके क्रियान्वयन से उच्च शिक्षा में निश्चित ही सुधार होगा। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय आईक्यूएसी के निदेशक डॉ0 नरेश चौधरी ने प्रतिभागियों को ई-कंटेंट, ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर, ऑल टूल्स क्रिएशन और पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से उसकी उपयोगिता पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के अध्यक्ष एवं इग्नू अध्ययन केन्द्र के समन्वयक प्रो0 हिमांशु शेखर सिंह ने बताया कि आईसीटी लर्निंग से शिक्षण कार्य को सहज बनाया जा सकता है। इसकी आज के समय में उपयोगिता है। कार्यक्रम का संचालन प्लेसमेंट एंड सॉफ्ट स्किल डेवलपमेंट सेल की निदेशक एवं संयोजक डॉ0 गीतिका श्रीवास्तव ने किया। कार्यक्रम में राजीव कुमार ने बताया कि सभी प्रतिभागियों को प्रतिदिन एक टेस्ट के लिए लिंक दिया जा रहा है। इस लिंक के माध्यम से प्रतिदिन होने वाले कार्यक्रमों की विस्तृत रिपोर्ट बनाई जा रही है। इस अवसर पर इग्नू के सहायक निदेशक डॉ0 कीर्ति विक्रम सिंह सहित बड़ी संख्या में प्रतिभागी उपस्थित रहे।