होम्योपैथी चिकित्सक डा उपेन्द्रमणि ने खादी आश्रम को उपलब्ध कराई आर्सेनिक एल्बम
अयोध्या। कोरोना लॉक डाउन पीरियड में होम्योपैथी महासंघ एवं आरोग्य भारती अवध प्रान्त के संयुक्त तत्वाधान में पूर्वान्ह11 से 2 व सायं 5-7 बजे तक होलिस्टिक टेलिकन्सल्टेशन के जरिये जनसामान्य को स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं में परामर्श के साथ केंद्रीय होम्योपैथी अनुसन्धान परिषद के सुझाव पर आयुष मंत्रालय भारत सरकार द्वारा होम्योपैथी औषधि आर्सेनिक एलबम का निःशुल्क वितरण भी कराया जाने की शुरुआत खादी आश्रम आचार्य नगर में की गई। संस्था के मंत्री ब्रह्मानन्द शुक्ल ने बताया आयुष मंत्रालय ने होम्योपैथिक औषधि का सुझाव व्यक्ति की इम्युनिटी बढ़ाने के लिए किया था प्रदेश के कई जनपदों में दवा के वितरण व प्रयोग से सकारात्मक परिणामों की जानकारी मीडिया माध्यमों से होने पर आरोग्य भारती अवध प्रान्त के सह सचिव एवं होम्योपैथी चिकित्सक डा उपेन्द्रमणि त्रिपाठी से संस्था के आवासीय परिसर में कर्मचारियों एवं उनके परिवारीजनो के लिए औषधि उपलब्ध कराने का आग्रह किया गया जिसे उन्होंने सहर्ष स्वीकार कर लिया और सभी को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए दवा उपलब्ध कराई एवं बचाव के लिए जागरूक करते हुए महत्वपूर्ण जानकारियां भी दीं। डा उपेन्द्रमणि ने कहा हमारे खान पान, रहन सहन, दिनचर्या की आदतों और वर्तमान यांत्रिक युग मे तमाम रेडिएशन से भी शरीर की प्रतिरक्षा शक्ति कमजोर हो जाने से तमाम वायरस जनित बीमारियों की संभावना बढ़ जाती है, ज्यादातर यह व्यक्तिगत या उत्सर्जित शरीर द्रव्यों के सम्पर्क से मनुष्य से मनुष्य में आंख, नाक, मुह के जरिये तेजी से फैल सकते है , इसलिए किसी भी व्यक्ति को संभावित संक्रमित मानते हुए उससे एक मीटर की दूरी बनाए रखना, हाथों को साबुन से साफकर ही चेहरे को छूना, हाथ जोड़कर अभिवादन करना, चेहरे पर मास्क या गमछा रखना संक्रमण के प्रसार को रोकने में सबसे प्रमुख उपाय हैं, उसके साथ विटामिन सी युक्त फल के जूस, गुनगुना पानी , सन्तुलित पौष्टिक आहार व स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर शरीर के प्राकृतिक प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत रख सकते हैं। होम्योपैथी औषधियां व्यक्तिगत लक्षणो के आधार पर या महामारी के समय सामान्य लक्षणो की समानता के आधार पर व्यक्ति को बचाव व उपचार दोनों में समानरूप से उपयोगी है, दवा की न्यूनतम मात्रा व शक्ति अधिक होने से पूरी तरह सुरक्षित हानिरहित एवं प्रयोग करने में सरल हैं जो शरीर की जीवनीशक्ति के स्तर पर आई न्यूनता को दूर कर रोगों के प्रति इम्युनिटी प्रदान करती हैं। अभी कोरोना की कोई दवा नही ऐसे में यदि होम्योपैथी अस्पतालों से सकारात्मक परिणाम मिल रहे हैं तो भविष्य में अनुसंधानों एवं अध्ययनों में आशा की किरण दिखाई देती है।
एक प्रश्न क्या मास्क हमेशा लगाना चाहिए और सनेटियजर का प्रयोग बार बार करना चाहिए ? के जवाब में डा उपेन्द्रमणि ने बताया जब कार्यालय या घर से बाहर निकले तब मास्क या सिनेटिजर का प्रयोग करें, घर मे साबुन से हाथ धोना पर्याप्त है।
इस अवसर पर सेवा भारती के मंत्री डा प्रेम चन्द्र पांडेय, डा सुधीर, रवि, राजेश, कुंज बिहारी , धीरेंद्र मणि, आदि ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने हुए वितरण में सहयोग किया।