-प्रदेश सरकार के निर्देश का नहीं हो पा रहा असर
सोहावल। प्रदेश सरकार के स्पष्ट निर्देश के बाद भी गांवों में व सड़कों पर घूम रहे आवारा पशुओं को स्थानीय गौशाला में भेज कर उनके चारे पानी की वयवस्था कराई जाय।मुख्यमंत्री के आदेश को सभी जिलों में लागू करते हुए सभी तहसीलों के राजस्व कर्मियों के साथ ग्राम पंचायत सचिव को इन आवारा और छुट्टा पशुओं को पकड़ कर गौशाला भेजने की जिम्मेदारी दी गई है। लेकिन पकड़ने के लिए लगाये गये जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारी शिकायत पर मन माफिक आख्या लगाकर सरकार को गुमराह करते हुये मामले का निस्तारण कर दे रहे हैं।जिसकी शिकायत जिला अधिकारी से लेकर मुख्यमंत्री दरबार तक की जा रही है, लेकिन इन पर कोई कार्यवाही तो दूर इनसे पूछताछ भी नहीं की जा रही है।
सोहावल तहसील क्षेत्र में आवारा पशुओं की भरमार हो गयी हैसकिसान अपनी तैयार धान की फसल बचाने के लिये रात दिन अपने खेतों की रखवाली कर रहा हैसमौका मिलते ही दर्जनों की संख्या में आवारा पशुओं का झुंड खेतों में पहुंचकर किसानों की तैयार धान की फसल तहस-नहस कर देते हैं।इससे हटकर अगर देखा जाय तो ये आवारा पशु फसल नुकसान के साथ ही साथ आदमियों को भी अपना निशाना बना रहे हैं। जिले में अब तक सैकड़ो लोग इन जानवरों की चपेट में आ चुके हैंस जिनमें कई लोगों की मौत भी हो गई है।सोहावल के सुचित्तागंज बाजार में घूम रहा सांड कई लोगों को चोटहिल कर चुका हैस इसके लिए बाजार वासियों के साथ किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने तहसील दिवस के साथ नगर पंचयात अधिकारों से शिकायत किया है
अभी तक किसी भी सक्षम अधिकारी की नजर इधर नहीं गयी है । ग्रामीण क्षेत्र के सुरवारी अर्थर, मीरपुर कांटा, मजनावां , आगेथुवा, खिरौनी, पंडितपुर , सोखावां , मोइया कपूरपुर ,कोला , गांव में आवारा पशुओं की भरमार हैस यह झुंड में जहाँ पहुचते है वहाँ कुछ ही समय में किसानों की गाढ़ी कमाई से तैयार फसल को नेस्तनाबूद कर देते हैं।इसके लिए मुख्यमंत्री हेल्पलाइन, और तहसील दिवस में शिकायत करने के बाद भ्रामक आख्या लगाकर विकास खण्ड के अधिकारी मामले का निस्तारण कर दे रहे हैं।स्थानीय निवासियों का कहना है कि अगर इन जानवरों की रोकथाम नहीं की गयी तो आने वाले दिनों में किसान को बेबस होकर खेती करना छोड़ देना पड़ेगा।