-प्रभु श्रीराम के जन्म का किया गया मंचन
गोसाईगंज। गोसाईगंज कस्बे की ऐतिहासिक रामलीला का आगाज मुकुट पूजा व दीप प्रज्वलित से हो गया।दीप प्रज्वलन पूर्व रामलीला अध्यक्ष मदनलाल जायसवाल व एसएचओ केके मिश्र ने किया। कार्यक्रम के प्रथम दिन जन्म से लेकर बाल्यावस्था तक के कार्यक्रमो का मंचन किया गया। भगवान राम के जन्म लेते ही सपत्नीक राजा दशरथ व अयोध्या के निवासियों में खुशी छा गया।चारो भाई अपनी बाल लीलाओं से सबको मुदित करते है।वही दूसरी तरफ मुनि विश्वामित्र जंगल मे यज्ञ करते है परंतु असुर उनके यज्ञ को तहस नहस करते हुए प्रताड़ित करते है।मुनि विश्वामित्र असुरो के सँहार के लिए दशरथ से उनके दोनों पुत्र राम लक्ष्मण को मांगते है लेकिन दशरथ देने से इंकार कर देते है।
जब उनके कुलगुरु महर्षि वशिष्ठ उन्हें समझाते है तो मान जाते है।विश्वामित्र दोनो भाई को लेकर जाते है जंहा राक्षसी ताड़का से उनका सामना होता है और युद्ध मे राम ताड़का को मार देते है।विश्वामित्र दोनो भाइयो को लेकर अपने आश्रम पर आते है।उधर ताड़का की मौत सुनकर मारीच सुबाहु दोनो कुपित होते है और दोनों की तलाश में निकल पड़ते है।विश्वामित्र अपने आश्रम पर यज्ञ करते है और दोनों भाई रक्षा करने के लिए मुस्तैद हो जाते है। तभी मारीच सुबाहु हवन के धुएं को देखकर आता है जंहा भयंकर युद्ध होता है।सारे असुर और सुबाहु मारे जाते है और एक बाण मारकर मारीच को सौ जोजन पार फेंक देते है।मुनि विश्वामित्र दोनो भाइयो को जनकपुर में आयोजित स्वंयम्बर में ले जाने के निकल पड़ते है।
रास्ते मे अपने पति के श्राप से पत्थर बनी अहिल्या का उद्धार करते हुए जनकपुर पहुंच जाते है। जहां जनक जी उनके विश्राम की ब्यवस्था करते है। विश्राम करने के बाद दोनों भाई जनकपुर बाजार देखने पहुंचते है जंहा उनके स्वरुप को देखकर जनकपुर के निवासी मुग्ध हो जाते है।उक्त अवसर पर पूर्व चेयरमैन श्रीनाथ,चेयरमैन रमेश चन्द्र पप्पू,संजय पराग, गोपीनाथ,प्रदीप जायसवाल,अनिल मल्हू, अशोक मोदनवाल,चक्रधारी गुप्ता,संजय गुप्ता,डा0शैम्पी,के साथ एसआई संजीव यादव,महिला एसआई वीना पांडे अपने लाव लश्कर के साथ मौजूद रहे।