कहा-कमल हासन का बयान दूषित मानसिकता का परिचयाक
अयोध्या। नाथूराम गोडसे आतंकी नहीं बल्कि सच्चे अर्थों में राष्ट्रभक्त थे। अखण्ड भारत का स्वप्न देखने वाले गोडसे द्वारा गांधी का वध किया जाना उस समय न सिर्फ न्योचित था बल्कि वह समय की मांग भी थी। उक्त बातें हिन्दू महा सभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अधिवक्ता मनीष पाण्डेय ने उदासीन आश्रम मकबरा पर आयोजित पंण्डिल राथूरम गोडसे की 129वीं जयन्ती के अवसर पर उनके चित्र पुष्पांजलि अर्पित करते हुये कही श्री पाण्डेय ने आगे कहा कि विभाजनकारी व मुस्लिम तुष्टिकरण की अनीति का पालन करने वाले मोहनदास करमचन्द गांधी की हत्या हुई न कि महात्मा की विचारधारा रखने वाले गांधी की। श्री पाण्डेय ने यह भी कहा कि अभिनेता कमल हासन पंडित नथूराम गोडसे को आतंकी कहते वक्त यह क्यों भूल जाते हैं कि अपनी फिल्म हे राम में उन्होनंे गोडसे का पात्र निभाया था। कमल हासन यह क्यों भूल ताते हैं कि अपनी ही फिल्म विश्वरुपम्-2 में उन्होंने खुद कहा था कि कुरान पढ़ने से मुस्लिम आतंकवादी बन रहे हैं। हिन्दू महासभा कमल हासन की आतंकी सोच कड़े शब्दों में भर्तसना करती है और भारत सरकार से कठोर विधिक कार्यवाही की मांग करती है। हिन्दू महासभा के जिलाध्यक्ष विधि पूजन पाण्डेय ने कहा कि साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर द्वारा जिस तरह से गोडसे को देश भक्त बताया गया हम उसका स्वागत करतें और किन्तु जिस तरह भाजपा द्वारा उन पर दबाव डालकर बयान वापस करवाकर क्षमा मंगवायी गयी वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण व शर्मनाक है। नकली राष्ट्रवाद का नारा देने वाली भाजपा की पोल साध्वी प्रज्ञा सिंह मामले में पूरी तरह से खुल चुकी है। उदासीन आश्रम के महन्त सन्त रामदास ने कहा कि अब वह समय आ गया है कि जब इस विषय पर राष्ट्रव्यापी बहस होनी चाहिए कि आतंकवादी कौन है और देश भक्त कौन है? कार्यक्रम में प्रमुख रूप से मोहित श्रीवास्तव, हीरामणि पाण्डेय, दुर्गेश मिश्र, संध्या देवी, रूपेश मिश्रा, ज्ञानेन्द्र मिश्र, आदर्श मिश्र, आदि लोग प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।