अयोध्या। बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी, प्रसिद्ध शिक्षाविद, महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, अधिवक्ता, लेखक, और समाज सुधारक, हिंदू महासभा के संस्थापक और राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा भारत रत्न से विभूषित महामना पंडित मदन मोहन मालवीय की 75वीं पुण्यतिथि के अवसर पर हिंदू महासभा द्वारा अयोध्या लक्ष्मण घाट स्थित नया शीश महल मंदिर में उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि देकर नमन किया गया,
इस अवसर पर हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अधिवक्ता मनीष पांडेय ने अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि कहा संस्कृत भाषा के प्रकांड पंडित अधिवक्ता, पत्रकार, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के संस्थापक,मालवीयजी सत्य, ब्रह्मचर्य, व्यायाम, देशभक्ति तथा आत्मत्याग में अद्वितीय थे। इन समस्त आचरणों पर वे केवल उपदेश ही नहीं दिया करते थे अपितु स्वयं उनका पालन भी किया करते थे। हिंदू महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष कथावाचक महान्त रामलोचन शरण शास्त्री राजन बाबा ने कहा कि महामना सच्चो अर्थों में तपस्वी थे।
सात्विक तप के सारे पक्ष उनमें विद्यमान थे। श्रीमद्भगवतगीता में वर्णित कायिक, वाचिक और मानसिक तप के वे साधक थे। महामानव को पुष्पांजलि देने वाले लोगों में प्रमुख रूप से अनुराग, विवेक, सूरज ,मुन्ना भईया,रिंकू तिवारी, मनोज तिवारी राकेश पांडे रामतेज यादव सुधाकर मौर्य महावीर सोनकर आदि लोग प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।