-यूएई के आईआईसी में मनाया गया हिन्दी दिवस
अयोध्या। भारतीय महिला संगठन अबूधाबी यूएई द्वारा भारतीय इस्लामिक केंद्र में “हिन्दी दिवस“ का आयोजन किया गया। हिन्दुस्तान समेत पूरे विश्व में रहने वाले 2 करोड़ से ज्यादा भारतीय 14 सितंबर को हिंदी दिवस के रूप में मनाते है यह दिन हिंदी भाषा की महत्वता और उसकी नितांत आवश्यकता को याद दिलाता है, सन 1949 में 14 सितंबर के दिन ही हिंदी को राजभाषा का दर्जा मिला था जिसके बाद से अब तक हर साल यह दिन ’हिंदी दिवस’ के तौर पर मनाया जाता है।
आयोजन के दौरान अयोध्या निवासी विवेक तिवारी ने भाग लेने वाले सभी कवियों बुद्धजीवियों शिक्षकों को इस तरह के आयोजन के महत्व और इसके मूल के बारे में भी जागरूक किया उन्होंने कहा हिंदी भाषा ही हमारी वैश्विक पहचान है। अगर वास्तव में माँ हिंदी को पूरे विश्व में अग्रणी भाषाओं में रखना तो शुरुआत अपने घर अपने बच्चों से करनी होगी उनसे हिंदी में बात करें,उनको समझाये हिंदी बोलने से हम पिछड़े नहीं कहलाएंगे बल्कि बौद्धिक ज्ञान से परिपूर्ण कहे जायेगे. आज की युवा पीढ़ी को भारतीय संस्कारों और मानवीय मूल्यों से जोड़ने के लिए सबसे मजबूत कड़ी है माँ हिंदी।
इस अवसर प्रसून कुमार ने बहुत ही मार्मिक माता और पुत्र के बीच संवाद प्रस्तुत किया दिवाकर प्रसाद ने बिहार से लेकर अबूधाबी तक अपनी यात्रा में हिन्दी भाषा की उपयोगिता बताई। सलोनी और टीम के द्वारा के द्वारा कुशल संचालन प्यारी प्यारी कविताए। और नारे लिखे, हिंदी दिवस के महत्व के बारे में बहुत प्रेरक संदेशों के साथ रंगीन पोस्टर बनाए। इस अवसर पर नीलम ,पूनम निकिता पाटिल सोनिया कुकरेजा, राजीया आदि ने अपने स्वरचित रचनाओं को सुनाकर पूरे आयोजन में उत्साह और खुशियो का संचार कर दिया।