-गिरधारीलाल पोद्दार की पुण्य स्मृति में अयोध्या में चल रही है सप्त दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा
अयोध्या। प्रभु श्री राम की जन्मस्थली के फैसले के बाद अयोध्या ही नहीं बल्कि पूरा विश्व कोरोना महामारी के चपेट में आ गया जिसको लेकर के सभी प्रकार के उत्सव और पर्व एक जगह ठहर गए लेकिन कार्तिक मास से अयोध्या में फिर एक बार उत्सव का माहौल प्रारंभ हुआ जहां यात्रियों की संख्या बढ़ी वही श्रीमद् भागवत व श्री राम कथा की श्रृंखलाएं भी प्रारंभ हो गई।
इसी क्रम में जानकी महल के बगल घनश्याम बसंती कुंज में गिरधारी लाल पोद्दार की पुण्य स्मृति में कन्हैया लाल पोद्दार के संयोजन और श्रीमती चंपा देवी पोद्दार के सानिध्य में वृंदावन के राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त प्रवक्ता राधेश्याम शास्त्री द्वारा सप्तदिवसीय श्रीमद् भागवत कथा अमृत महायज्ञ को श्रवण कराया जा रहा है।
श्रीमद् भागवत कथा के तृतीय दिवस की बेला में व्यासपीठ से राधेश्याम शास्त्री महाराज ने कहां की जब मनुष्य श्रीमद्भागवत की कथा को श्रवण करता है और जब बुद्धि ईश्वर का अनुभव करती है तब संसार के सारे विषय बंधन टूट जाते है और जो भगवान को अपने मस्तक पर विराजमान करता है उसके लिए मोक्ष के द्वार खुल जाते है। अमृत मई कथा को सुनकर श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो गए।
इस अवसर पर राघवेंद्रलाल पोद्दार, योगेंद्र पोद्दार, शत्रुघ्न पोद्दार, नवनीत पोद्दार, विनीत पोद्दार, गोपाल पोद्दार सहित सैकड़ों लोगों ने श्रीमद् भागवत कथा को श्रवण भाव विभोर हुए। श्रीमद् भागवत कथा में सियाराम किला झुंकी घाट के महंत करुणानिधान शरण जी महाराज का भी आशीर्वाद प्राप्त हुआ पोद्दार परिवार ने श्री महाराज जी का स्वागत अभिनंदन किया।