-चयनित बच्चों को 2 अक्टूबर को किया जायेगा पुरस्कृत
अयोध्या। जनपद में बाल विकास परियोजना कार्यालयो एवं सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों पर स्वस्थ बच्चों की पहचान कर उन्हें पुरस्कृत करने के लिये ‘‘स्वस्थ बालक-बालिका प्रतियोगिता का आयोजन किया गया । इस गतिविधि का मुख्य उद्देश 5 वर्ष तक के बच्चों के पोषण स्तर में सुधार लाना पोषण की महत्ता पर लोगों को जागरूक करना तथा एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का वातावरण बनाना है ।
जिला कार्यक्रम अधिकारी प्रमोद कुमार सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय पंचम पोषण माह सितम्बर 2022 प्रदेश में धूमधाम से मनाया जा रहा है। राष्ट्रीय पोषण माह के अन्तर्गत जनपद में भी आंगनवाड़ी केन्द्रों पर कुपोषण के प्रति जागरूकता फैलाने एवं महिलाओं एवं बच्चों को पोषण एवं स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के लिये विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है। निदेशालय बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के निर्देशों के क्रम में 12 बाल विकास परियोजना कार्यालयो एवं 2381 आंगनवाड़ी केन्द्रों पर स्वस्थ बच्चो की पहचान कर उन्हें पुरस्कृत करने के लिये ‘‘स्वस्थ बालक-बालिका प्रतियोगिता‘‘ का आयोजन किया गया , इसका उद्देश्य स्वस्थ बच्चों के अभिभावकों कों प्रोत्साहित कर समाज में कुपोषित को दूर कर सुपोषित के पक्ष में जागरूकता फैलाना है।
इस प्रतियोगिता के लिये स्वस्थ बच्चों की पहचान व चयन के लिये 6 माह से 3 वर्ष एवं 3 से 5 वर्ष के स्वस्थ बालक एवं बालिका का वजन व लम्बाई आंगनवाड़ी कार्यकत्री व आशा बहु के माध्यम से ली जायेगी , सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर ग्रोथ मॉनिटरिंग डिवाइस ग्रोथ चार्ट कम्युनिटी ग्रोथ चार्ट की उपलब्धता सुनिश्चित हो तथा ग्राम प्रधान , पोषण पचांयत के सदस्य, स्थानीय शिक्षक व ग्राम सभा के प्रतिनिधियों के सहयोग से स्वस्थ बालक-बालिका का चयन किया जायेगा। चयनित बच्चों को 2 अक्टूबर को आईसीडीएस के स्थापना दिवस के अवसर पर पुरस्कृत किया जायेगा। जनपद अयोध्या में आज इस प्रतियोगिता के लिये 2381 आंगनवाड़ी केन्द्रों पर लगभग 1 लाख 35 हज़ार 715 बच्चों व उनके अभिभावकों ने प्रतिभाग किया । प्रतियोगिता के सफल संचालन हेतु जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा जनपद के कई आंगनवाड़ी केन्द्रों पर आयोजित कार्यक्रम में स्वयं भाग लिया तथा लोगों को सुपोषण के सम्बन्ध में जागरूक किया गया।
इन बच्चों को चयनित होने की श्रेणीनुसार मानक मासिक वृद्धि , निगरानी व्यक्तिगत स्वच्छता साफ-सफाई नाखून काटाना, पोषण श्रेणी उचाई लंबाई के सापेक्ष वजन जो लगातार , सामान्य श्रेणी में हो अथवा सैम से मैम या फिर मैम से सामान्य श्रेणी में आए हो । आहार की स्थितिः- जीरो से 6 माह तक केवल स्तनपान , 6 माह से 3 वर्ष प्राप्त होने वाले अनुपूरक पुष्टाहार का नियमित सेवन 3 से 5 वर्ष के बच्चों प्राप्त होने वाले अनुपूरक पुष्टाहार का नियमित सेवन तथा आंगनवाड़ी केंद्रों पर उपस्थिति आयु आधारित टीकाकरण डीवर्मिंग आदि मानक है।