-आनंद मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल में हुई गोष्ठी
अयोध्या। डाइटिशियन दिवस के अवसर पर आनंद मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें रोजमर्रा की परेशानियों से होने वाले हाइपरटेंशन , शुगर और कोविड से जुड़ी जानकारियों के बारे में चर्चा और लोगो को जानकारी दी गयी । इसी के साथ खानपान के जरिए किस तरह बीमारियों को नियंत्रित किया जा सकता है और उसे से बचा जा सकता है के बारे में भी बताया गया । इस दौरान उच्च रक्तचाप और शुगर की जांच के लिए निशुल्क कैंप भी लगाया गया ।
इस मौके पर सीनियर फिजीशियन डॉ एस के पाठक ने बताया कि खानपान और थोड़े से बचाव के जरिए किस तरह मौसमी बीमारियों और उच्च रक्तचाप पर काबू पाया जा सकता है । उन्होंने बताया कि 50 वर्ष के ऊपर के लोगों को अक्सर खानपान की अनियमितता के कारण शुगर की बीमारी हो जाती है थोड़े से बचाव के जरिए इससे बचा जा सकता है । वहीं लखनऊ मेडिकल कॉलेज के न्यूरो सर्जन डॉक्टर अनूप जायसवाल ने लोगों से चर्चा के दौरान कहा कि दैनिक दिनचर्या में लोगों को अपने खानपान और व्यवहार को लेकर सजग रहना चाहिए। इसके जरिए वह कई जानलेवा बीमारियों के साथ मौसमी बीमारियों पर भी नियंत्रण कर सकते हैं। इसी के साथ उन्होंने कहा कि अल्कोहल को लेकर लोगों में भ्रम की स्थिति है अगर सीमित मात्रा में 50उस लिया जाए तो अल्कोहल दवा का कार्य करता है लेकिन अगर इसे नशे के रूप में इस्तेमाल किया जाए तो यह जानलेवा हो सकता है । इससे शरीर के कई अंग खराब हो सकते हैं और कई गंभीर बीमारियां उत्पन्न हो सकती है । किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज के यूरोलॉजिस्ट डॉ रवि पांडे ने पथरी और यूरिन से जुड़ी समस्याओं और बीमारियों के बारे में बताया। उन्होंने खानपान के जरिए किस तरह इसको नियंत्रित किया जा सकता है और इन बीमारियों से बचा जा सकता है के बारे में बताया ।
डाइटिशियन अंजली सिंह ने बताया कि हर वर्ष 10 जनवरी को डाइटिशियन डे मनाया जाता है । इसमें लोगों को खानपान की आदतों और लाइफस्टाइल को लेकर जागरूक किया जाता है। इसकी शुरुआत 2014 में हुई थी । इसके बाद से हर वर्ष नई टीम के साथ डाइटिशियन डे को लोगों को जागरूक करने के लिए प्रोग्राम चलाए जाते है । इस बार की थीम है हाइपरटेंशन और डायबिटिक जागरूकता कार्यक्रम। अंत में आनंद मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल के संचालक डात्र आनंद गुप्ता और डा. निधि गुप्ता ने कहा कि उनका हॉस्पिटल हमेशा लोगों को इस तरह के कार्यक्रमों के जरिए जागरूक करने का कार्य करता है और भविष्य में भी लोगों को अलग-अलग माध्यमों से जागरुक करने का कार्य करता रहेगा, जिससे लोग स्वस्थ और प्रसन्न रहें ।