मेजर ध्यानचंद की पुण्यतिथि पर आयोजित हुआ रक्तदान शिविर
अयोध्या। हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद दद्दा की पुण्य तिथि के परिपेक्ष्य में एक दिवसीय रक्तदान शिविर व रक्तदाता सम्मान समारोह का आयोजन भोला नाथ शोभावती एजुकेशनल व वेलफेयर ट्रस्ट द्वारा जिला हॉस्पिटल स्थित ब्लड बैंक के परिसर में किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में डॉ राममनोहर लोहिया अवध विश्व विद्यालय के कुलपति आचार्य मनोज दीक्षित व विशिष्ट अतिथि के रूप में कार्य परिषद सदस्य ओम प्रकाश सिंह व शहीद शोध संस्थान के प्रबंध निदेशक सूर्यकांत पांडेय जी मौजूद रहे। समारोह की अध्यक्षता दिलीप दुबे ने किया। रक्तदान शिविर का शुभारंभ कुलपति ने रिबन काटकर किया और शिविर में 15 रक्तदाताओं ने रक्तदान कर महादानी बने।
अपने संबोधन में मुख्य अतिथि जी ने कहा कि रक्तदान कलयुग का सबसे बड़ा दान बताते हुए कहा कि हमें रक्तदान की अहमियत का पता तब चलता है जब किसी अपने परिजन के लिए रक्त की जरूरत पड़ती है। और भारत जैसे विकासशील देश मे अन्य देशों की अपेक्षा सबसे अधिक सड़क दुर्घटना होती है और हमारा देश ब्लड की कमी से हमेशा जूझता रहता है प्रत्येक स्वस्थ्य व्यक्ति को नियमित रक्तदान करना चाहिए, जिससे जरूरतमन्दों को ब्लड मिल सकें।
विशिष्ट अतिथि ओम प्रकाश सिंह ने कहा कि रक्तदाता किसी देवदूत से कम नही है और रक्तदान करने से जहाँ एक ओर जहां किसी जरूरतमंद को जीवनदान मिलता है वही खुद रक्तदाता भी व हार्ट व कैंसर जैसी जानलेवा बीमारियों से सुरक्षित रहता है। संस्था अध्यक्ष राजेश चौबे जी ने मेजर ध्यानचंद सभी खिलाड़ियों के आदर्श है लेकिन आज खेल में कुछ ज्यादा ही खेल हो रहा है जिसके चलते अभी तक दद्दा को भारत रत्न नही मिल पाया है। खेल की विकास व उसके प्रचार प्रसार में सहयोग करके ही हम दद्दा जी को सच्ची श्रदांजलि अर्पित कर सकते है।
मेजर ध्यानचंद खेल उत्थान समिति के अध्यक्ष आकाश गुप्त ने कहा कि मेजर ध्यानचंद जी के जन्म दिवस (29 अगस्त) से लेकर उनके पूण्य तिथि (3 दिसम्बर) तक संस्था द्वारा लोगों को रक्तदान के लिए जागरूक किया गया और इस अवधि में प्रत्येक दिवस में जरूरत मन्दो को निःशुल्क ब्लड मुहैया कराया गया और अयोध्या जनपद के जरूरत मंद लोग कभी भी संस्था से संपर्क करके निःशुल्क ब्लड प्राप्त कर सकते है। समापन से पूर्व सभी रक्तदाताओं को पर्यावरण संरक्षण के लिए सपथ दिलाया गया और उन्हें पौध व प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया। शिविर में प्रिंस श्रीवास्तव व मनीष विश्वकर्मा जी का सराहनीय योगदान रहा। राजेश जायसवाल, डॉ एस के मिश्र, विकास सोनकर,वैभव सोनी, रवि गुप्ता,रविन्द्र कुमार,रमेश चौबे, आदर्श चौबे,शुभम श्रीवास्तव, फरहान अहमद, अजय मौर्य,प्रदीप सैनी,सौरभ वर्मा,शैलेंद्र तिवारी, दिलीप दुबे, मनोज निषाद, राहुल सिंह, राकेश मौर्य,सत्य प्रकाश निषाद, आदि लोग रहें।