– एसी के साथ कूलर के भी हुए इंतजाम, विद्यालयों में बच्चों को जागरूक कर रहा विभाग
अयोध्या। जिले का स्वास्थ्य विभाग विशेष संचारी रोगों के नियंत्रण और हीटवेव से बचाव के लिए व्यापक तैयारियों में जुट गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के बाद जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने इस दिशा में तेजी से कदम उठाए हैं। गर्मी के बढ़ते प्रकोप और संचारी रोगों के खतरे को देखते हुए जिले के सभी अस्पतालों और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) में विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों और सीएचसी में बेड आरक्षित कर उन्हें कोल्ड रूम में तब्दील करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, ताकि मरीजों को गर्मी से राहत मिल सके और उनका बेहतर इलाज हो सके। जिला अस्पताल में 10 बेड विशेष रूप से आरक्षित किए गए हैं, जबकि जिले की 13 सीएचसी में चार-चार बेड को कोल्ड रूम के लिए तैयार किया जा रहा है।
इन कोल्ड रूम्स में एयर कंडीशनर (एसी) और कूलर की व्यवस्था की जा रही है, ताकि मरीजों को ठंडक मिले और हीट स्ट्रोक जैसी समस्याओं से बचाव हो सके। इसके अलावा, निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सभी जगहों पर जनरेटर की व्यवस्था भी की जा रही है। यह कदम इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि गर्मी के मौसम में बिजली कटौती आम समस्या बन जाती है, जिससे मरीजों को परेशानी हो सकती है।
स्कूलों में हर आधे घंटे पर बेल बजाने की हुई अपील
स्वास्थ्य विभाग की तैयारियां केवल अस्पतालों तक सीमित नहीं हैं। शासन के निर्देश पर स्कूलों में भी बच्चों को हीटवेव से बचाने के लिए विशेष कदम उठाए जा रहे हैं। विद्यालयों में हर आधे घंटे पर पानी पीने के लिए घंटी (बेल) बजाने की अपील की गई है, ताकि बच्चे नियमित रूप से हाइड्रेटेड रहें। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग की टीमें स्कूल-स्कूल जाकर बच्चों को हीट स्ट्रोक से बचाव के तरीकों के बारे में जागरूक कर रही हैं।
बच्चों को बताया जा रहा है कि गर्मी में बाहर खेलने से कैसे बचा जाए और शरीर को ठंडा रखने के लिए क्या-क्या सावधानियां बरतनी चाहिए। जिले के सभी चिकित्सालयों में ओरल हाइड्रेशन सॉल्यूशन (ओआरएस) काउंटर स्थापित करने के निर्देश भी जारी किए गए हैं। यह काउंटर मरीजों और आम लोगों को मुफ्त ओआरएस उपलब्ध कराएंगे, ताकि डिहाइड्रेशन की समस्या से बचा जा सके।
दोपहर एक से तीन बजे तक बाहर निकलने से करें परहेज : सीएमओ
दर्शननगर स्थित स्वास्थ्य विभाग के कार्यालय के सभागार में पत्रकारों से वार्ता करते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुशील कुमार बनियान ने लोगों को चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि दोपहर 1 बजे से 3 बजे तक का समय सबसे गर्म होता है, इसलिए इस दौरान बाहर निकलने से बचें। उन्होंने यह भी बताया कि गर्मी से बचाव के लिए हल्के रंग के ढीले कपड़े पहनने चाहिए और सिर को ढककर रखना चाहिए।
विशेष संचारी रोग नियंत्रण के लिए भी स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है। इस अभियान को 30 अप्रैल तक चलाया जाएगा। इसके तहत नगर निगम, नगर पालिकाओं और परिषदों के साथ मिलकर काम किया जा रहा है। मच्छरों से होने वाली बीमारियों जैसे डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया को रोकने के लिए फॉगिंग, लार्वा नष्ट करने और जलभराव को खत्म करने पर जोर दिया जा रहा है।
अब दस्तक अभियान की है बारी
10 अप्रैल से ’दस्तक अभियान’ शुरू करने की योजना है, जिसमें स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को संचारी रोगों से बचाव के बारे में जागरूक करेंगे। डॉ. बनियान ने बताया कि यह अभियान जिले के हर कोने तक पहुंचेगा।
उन्होंने लोगों से अपील की कि वे साफ-सफाई का ध्यान रखें, घर के आसपास पानी जमा न होने दें और बीमारी के लक्षण दिखने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर संपर्क करें। स्वास्थ्य विभाग की यह पहल न केवल गर्मी से राहत दिलाने में मदद करेगी, बल्कि संचारी रोगों पर भी प्रभावी नियंत्रण स्थापित करेगी। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की इस मुस्तैदी से जनता में भी राहत और भरोसा बढ़ा है।