एसपी सिटी की फटकार के बाद भी नहीं जाग रहे अयोध्या कोतवाल
अयोध्या। कोतवाली अयोध्या पुलिस शासन की मंशा पर पानी फेरने में लगी है जहां मुख्यमंत्री दलितों के घर भोजन कर सम्मान देते रहते हैं वहीं कोतवाली अयोध्या पुलिस एक विशेष समुदाय से प्रभावित होकर अबला का उत्पीड़न कर रही है। पुलिस की शह पर विशेष समुदाय के दबंगों ने महिला के घर में तबाही मचायी और तोड़फोड़ कर लूटपाट किया। घटना के समय घर में मौजूद बालिकाओं पर जबरन दुराचार के प्रयास सहित कई गंभीर प्रयास कर दबंगो द्वारा उत्पीड़न किया गया । घटना की सूचना पर बौखलाई पुलिस ने आरोपियों के साथ मिलकर घर में रखी लॉक मोटरसाइकिल उठा ले गए ।पीड़ित पक्ष घटना की शिकायत जिलाधिकारी के पास लेकर पहुंचा तो जिलाधिकारी ने उसको पुलिस के पास भेज दिया वही आईजी डॉ सुनील गुप्ता ऑफिस में नहीं मिले उनके पीआरओ ने एसपी सिटी विजय पाल सिंह के पास भेजा । हालांकि एसपी सिटी ने कोतवाल सुरेश पांडे को जमकर फटकार लगाया और पीड़ित पक्ष को न्याय दिलाने की बात कही। इसके बाद भी विशेष समुदाय से प्रभावित पुलिस कार्रवाई करने के बजाय संरक्षण देकर पीड़ित की पुरानी आबादी की जमीन पर कब्जा कराने में जुटी हुई है। जबकि आबादी की जमीन पर मामला न्यायालय में लंबित चल रहा है वही विशेष समुदाय के लोग एक दूसरे गांव की विधवा को आगे कर जमीन हड़पने में लगा है। हालांकि अयोध्या पुलिस का पैसा लेकर जमीन कब्जा कराने का यह कोई नया मामला नहीं है । जब से नए कोतवाल साहब ने कमान संभाली है तब से दर्जनों मामले इस तरह के आ चुके हैं। इसकी शिकायत मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश से भी की गई है।
मामला अयोध्या कोतवाली अंतर्गत दर्शन नगर चौकी के सहनवा गांव का है। पीड़ित पक्ष का कहना है कि दूसरे गांव सरेठी की निवासी सरोज पत्नी ननकनू गांव के अली व सफी पुत्र गण जब जफ्फू फोन के साथ जबरदस्ती सहन की जमीन पर कब्जा करने लगे तो पीड़ित पक्ष ने 100 नंबर पर फोन किया तो दर्शन नगर चौकी के इंचार्ज आए और पीड़ित पक्ष को ही अपनी जीप में जबरदस्ती खींच कर बैठा लिए तथा बाद में उसकी दोनों पुत्रियों को भी जबरदस्ती जीप में बैठाकर दर्शन नगर चौकी ले आए तथा बाद में रागनी का चालान कर दिया जबकि गांव के प्रधान सहित बहुत लोग कहने को तैयार हैं कि यह सहन की जमीन पीड़ित रागिनी की है।रागनी का कहना है कि जमीन का दीवानी मुकदमा भी चल रहा है फिर भी पुलिस दूसरे पक्ष का निर्माण कराने पर आमादा है। दूसरे पक्ष का निर्माण भी नहीं रोका। बीती रात पीड़िता रागनी जब हॉस्पिटल में अपना इलाज हेतु भर्ती थी तो गांव के ही अली सफी व गुड्डू पुत्र गण जफ्फू सहित कई लोगों ने उसके घर में तोड़फोड़ किया। उसकी बच्चियों प्रिया व मोनिका को भी मारा-पीटा जिसकी शिकायत लेकर वह पुलिस महानिरीक्षक से मिली तथा आपबीती सुनाई।