ग्रामीणों के विरोध पर कहा-विकास कार्यों के लिए नहीं है कोई गाइड लाइन
अयोध्या। एक ओर जहां पूरे देश में कोरोना के चलते जनता कर्फ्यू का पालन कराने में अयोध्या जिला प्रशासन जुटा हुआ था वहीं बस्ती जिले के हरैया एसडीएम भारी पुलिस बल के साथ रविवार को अयोध्या जिले की सीमा पर सीमांकन कराने पहुंच गये। जिसका ग्रामीणों ने जमकर विरोध किया। यहां सोचने वाली बात यह थी कि आखिर बस्ती ज़िला प्रशासन करना क्या चाहता है। आज जब जनता कर्फ्यू है और पूरा शहर लॉक डाउन। ऐसे में बस्ती-अयोध्या का सीमांकन तय करके कब्ज़ा करने पोकलैंड और भारी पुलिस बल लेकर बस्ती ज़िला प्रशासन पूरा बाजार इलाके पहुचा । अयोध्या ज़िला प्रशासन जनता कर्फ्यू का पालन कराने में जुटा रहा ,जिससे महामारी से बचा जा सके वहीं ऐसे में अयोध्या कांजीपुर मांझा और बस्ती का मांझा किता अव्वल गांव आमने सामने आ गए । लोगो ने हाथों में लाठी डंडे लेकर विरोध जताया यहां कुछ भी हो सकता है। कोरोना और महामारी तो थोड़ा दूर है, शायद सिर फुटव्वल तुरंत ही हो जाती ।क्या आज ही दिन इस काम के लिए उपयुक्त था।जब अयोध्या ज़िला प्रशासन को बिना सूचना दिए बस्ती प्रशासन दल बल के साथ आ गया। फिलहाल मामले की सूचना पर एसडीएम सदर अयोध्या आयुष चौधरी ने बताया कि सूचना मिली है कि मौके पर काफी भीड़ इकट्ठा है और बस्ती जिला प्रशासन सीमा पर सड़क बनवा रहा है वह भी तब जब प्रधानमंत्री ने अपील कर रखी है कि आज जनता कर्फ्यू का लोग पालन करें उन्होंने कहा कि वह खुद मौके पर पहुंचकर पहले भीड़ हटवायेंगे उसके बाद फिर विवाद को लेकर मंथन करेंगे। उन्होंने कहा अयोध्या और बस्ती सीमा को लेकर काफी दिनों से विवाद चल रहा है और मामला हाईकोर्ट में है अयोध्या जिला प्रशासन हाईकोर्ट में कनटेम्ट भी दाखिल कर चुका है लेकिन बताया जा रहा है कि हाईकोर्ट बस्ती जिला प्रशासन के ही सीमांकन को ही जायज ठहरा दिया है जिसके चलते वह बंदी के दिन ही सड़क बनवाने पहुंच गया।