-मेले में मुफ्त जाँच व उपचार की सुविधा मिलने से लोगों में ख़ुशी
अयोध्या। जनपद के अर्बन सहित 34 के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर मुख्यमंत्री आरोग्य मेले का आयोजन किया गया है मुख स्तन एवं सर्वाइकल कैंसर की स्क्रीनिंग के साथ-साथ रक्तचाप शुगर की जांच की गई तंबाकू एवं मद्यपान छोड़ने के लिए परामर्श दिया गया। मेले में कोविड-19 का प्रोटोकॉल पूरी तरह पालन करते हुए मेले में जांच व इलाज निशुल्क किया जा रहा है मुख्यमंत्री आरोग्य मेले में आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड का कैम्प भी लगाया गया है। आज खुशहाल परिवार दिवस भी मनाया गया है नव दंपति को परिवार नियोजन के प्रति जागरुक करते हुए उनकी पसंद के परिवार नियोजन साधन उपलब्ध कराए गये | आरोग मेले में ज्यादा प्रभावी बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम साथ-साथ स्वयं सेवी – टीम से सहयोग लिया जा रहा है ताकि मेले में आने वाले मरीजों को सभी स्वास्थ्य सुविधाएं एक ही जगह तो मिल पाए । आरोग्य स्वास्थ्य मेले के साथ साथ खुशहाल परिवार दिवस भी मनाया गया। मार्च 2020 के बाद से स्थगित कर दिया गया था। कोरोना महामारी के दौरान । मुख्यमंत्री आरोग्य मेला अब लगातार आयोजित हो रहा है । मेले में जांच व इलाज नि:शुल्क किया जा रहा है । मेले में मौसमी बीमारियों की जांच के अलावा प्रजनन स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं के साथ गर्भवती, बाल और किशोर स्वास्थ्य से जुड़ी जांच पर खास जोर रहेगा।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. घनश्याम सिंह ने बताया कि खुशहाल परिवार हर माह के 21 तारीख को मनाया जाता है और बताया कि हमारे संसाधन सीमित हैं, ऐसे में आबादी को भी सीमित रखना बहुत ही जरूरी है। दो बच्चों के जन्म के बीच कम से कम तीन साल का अंतर रखना चाहिए ताकि महिला का शरीर पूरी तरह से दूसरे गर्भधारण के लिए तैयार हो सके । इससे मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में भी व्यापक सुधार लायी जा सकती है | जनपद में मुख्यमंत्री आरोग्य मेले में 116 डॉक्टर , 332 पैरामेडिकल स्टाफ के सहयोग से सम्पन्न कराया गया | पुरुष 740 , महिलाऐ 923 और बच्चे 382 लोगो का उपचार एवं परामर्श दिया गया | इसके साथ साथ 107 गोल्डन कार्ड बनाये गये मेले में कोविड हेल्प डेस्क में 965 लोग आये हुए , एंटीजन 135 पाजिटिव की संख्या 0 , लीवर के 38 रोगी आये , टीबी के 9 रोगी आये सकीं के कुपोषित बच्चे आये 7 , एनीमिया के रोगी आये 41 डायबिटीज के 102 रोगी आये मेले में एएनसी आये 75 रोगी आये मेले में | इसके अलावा उन्होंने नव दम्पतियों को शादी के दो साल बाद ही बच्चे के बारे में सोचने के प्रति जागरूक करने की बात कही, क्योंकि पहले जरूरी है कि पति-पत्नी एक-दूसरे को अच्छी तरह से समझें, परिवार को समझें और अपने को आर्थिक रूप से इस काबिल बना लें कि अच्छी तरह से बच्चे का लालन-पालन कर सकें, तभी बच्चा पैदा करने की योजना बनाएं | साथ ही कहा कि पुरुषों को परिवार नियोजन के साधन अपनाने के लिए स्वयं पहल करनी चाहिए । अधिक बच्चों को पैदा करना मर्दानगी की निशानी नहीं है इससे परिवार और समाज पर आर्थिक तंगी का अधिक प्रभाव पड़ता है । सीएम्ओ ने बताया कि मेले में गर्भवती व बच्चों का टीकाकरण ,दवा और सभी पैथोलॉजी की जांच नि:शुल्क की गयी । नि:शुल्क सैनेटरी नैपकिन वितरण, नसबंदी के लिए पंजीकरण, आंखों की नि:शुल्क जांच, क्षय रोग की जांच, परिवार नियोजन के अस्थायी साधन का नि:शुल्क वितरण ये सुविधाएं भी मिलेंगी, उन्होंने बताया कि चिकित्सा व उपचार के अलावा संदर्भन की सुविधा,गर्भावस्था, प्रसवकालीन व जन्म पंजीकरण का परामर्श,बच्चों में डायरिया ,निमोनिया रोकने के लिए परामर्श सुविधा मिलेगी ।