अयोध्या। उच्चतर शिक्षा सेवा चयन आयोग के तहत हिंदी विषय में असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर घोषित परिणाम में कृष्ण विहार कालोनी उसरू ट्रांसपोर्टनगर निवासी ज्ञानेन्द्र मणि त्रिपाठी ने चयनित हो जनपद का मान बढ़ाया। ज्ञानेन्द्र मणि के पिता राम सहोदर तिवारी डाक विभाग में कार्यरत और माता गृहिणी हैं। ज्ञानेंद्र की प्राथमिक शिक्षा सरस्वती शिशु मंदिर रामनगर, माध्यमिक ,हाईस्कूल, व इंटरमीडिएट एसएसवी इंटर कालेज से हुई, इसके बाद उन्हें बीटेक में एडमिशन मिल गया, किन्तु स्वास्थ्य कारणों से उन्हें बीटेक छोड़ना पड़ा, जिसके बाद का सु साकेत से स्नातक व लविवि से परास्नातक में प्रथम श्रेणी के साथ गोल्ड मेडल प्राप्त किया और पहले नेट फिर जेआरएफ के बाद लविवि से ही हिंदी विषय मे विभागाध्यक्ष प्रो योगेंद्र प्रताप सिंह के निर्देशन में शोध कर रहे हैं। इसके पूर्व ज्ञानेंद्र का चयन दिल्ली में लेचरर पद पर भी हुआ है। बिना किसी कोचिंग के प्रथम प्रयास में ही अपनी सफलता का श्रेय ज्ञानेंद्र निर्धारित लक्ष्य के प्रति लगन, मेहनत और इसकी प्रेरणा व सहयोग में महत्वपूर्ण माता पिता ,परिवार, गुरुओं के देते हुए बताते हैं मवई कला के लेदयी तिवारी मिल्कीपुर की ग्रामीण पृष्ठभूमि में भारतीय संस्कृति के अनुरूप संयुक्त परिवार में आदर्श एवं जिम्मेदारी निर्वहन की प्रेरणा बचपन से मिली इसलिए पिताजी के चार भईयों के बाद उनकी पीढ़ी में वे सात भाई चार बहन हैं और यही उनके आत्मबल का आधार हैं। बचपन से पिताजी के अनुशासन का पालन पूरे परिवार को करते देखते आए इसलिए कभी हताश भी हुए तो परिवार के लिए अपनी भूमिका के विचार ने सदैव मजबूती दी। ज्ञानेंद्र के बड़े भाई डॉ उपेन्द्रमणि त्रिपाठी चिकित्सक ,एडवोकेट धीरेन्द्र , भाभी सीडीपीओ हैं।उनकी इस सफलता पर डॉ दीपक सिंह, डॉ अनिल मिश्र, एडवोकेट अमित मिश्रा, डॉ आर वी त्रिपाठी, सुरेंद्र पांडेय, शिव प्रसाद पांडेय, एडवोकेट रणजीत मिश्र, शैलेन्द्र मिश्र, सुनील तिवारी, शोभनाथ मिश्र, डॉ राम शंकर, डॉ शिवकुमार तिवारी, सर्वज्ञ सिंह, डॉ आनन्द, डॉ राकेश यादव, सतीश पाठक, डॉ सम्राट अशोक मौर्य, डॉ गौरी शंकर, आदि ने अपनी शुभकामनाएं दी साथ ही सोसल मीडिया पर भी ज्ञानेंद्र को बधाईयां मिल रही हैं।
असिस्टेंट प्रोफेसर पर चयनित हो ज्ञानेंद्र मणि ने बढ़ाया मान
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