-दशरथ महल में स्वर्ण रजत मिश्रित भव्य झूले में विराजे भगवान
अयोध्या। गौ,संत,परमार्थ सेवा के केंद्र दशरथ महल, बड़ा स्थान से बाजे,गाजे के साथ दिव्य,भव्य रथ पर विराजमान हो मणि पर्वत विहार के लिए से धनुषधारी भगवान की शोभा यात्रा निकाली गई जो हनुमान गढ़ी , दिगंबर अखाड़ा,राय गंज, कनी गंज ,विद्या कुंड होते हुए मणि पर्वत पहुंची।
मणि पर्वत पर भगवान की आरती,प्रसाद वितरण उपरांत शोभा यात्रा वापस मंदिर पहुंची जहा भगवान की आरती उपरांत भगवान दिव्य झूले में विराजमान हुए। यशस्वी विंदु गद्या चार्य स्वामी देवेन्द्र प्रासादा चार्य महाराज ने धनुषधारी भगवानं को झूला विहार कराया।
इस पुनीत अवसर पर महंत कृपालु राम भूषण दास महाराज, जगद गुरु स्वामी विष्णु देवा चार्य महाराज मिथिला पीठाधीश्वर, पंडित विष्णु देव नायक शास्त्री, सूर्य नारायण दास वैदिक मखौड़ा धाम, रवि कांत शास्त्री ी सहित अन्य संत,महंत एवम भक्त भगवान को झूला विहार करा कर कृतार्थ होते रहे।