-प्रगतिशील किसानों को किया गया जागरूक
अयोध्या। प्रगतिशील किसानों को विकास और विनियमन प्राधिकरण डब्ल्यूडीआरए द्वारा जागरूकता कार्यक्रम प्रशिक्षण देने के साथ जागरूक किया गया। केंद्रीय भंडार निगम के द्वारा सामाजिक उत्तरदायित्व के अंतर्गत फसल कटाई के बाद खाद्यान्न सुरक्षा प्रौद्योगिकी विषयक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। नवीन मंडी परिसर स्थित केंद्रीय भंडार निगम के गोदाम में आयोजित विचार गोष्ठी में प्रगतिशील किसानों को जागरूक व प्रशिक्षण के माध्यम से प्रशिक्षित किया गया।
विचार गोष्ठी में पंजाब नेशनल बैंक के नवीन मंडी शाखा प्रबंधक कमलेश कुमार व भारतीय खाद्य निगम के डिपो मैनेजर अर्पित जायसवाल व लालजी चौहान गुणवत्ता निरीक्षक ने किसानों को बैंक संबंधित ऋण, फसल कटने के बाद अनाज के भंडारण आदि विषयों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अनाज को रखने से पहले उसे अच्छी तरह से सुखा लेना चाहिए। जिससे अनाज में नमी न रहे। अनाज में नमी रहने पर कीड़े लगने की अधिक संभावना रहती है। उन्होंने कहा कि भंडारण से पूर्व गो
यदि भूमि पर भंडारण किया जा रहा है तो उसके नीचे लकड़ी का स्टैंड होना चाहिए। जिससे बोरों में हवा जा सके साथ ही वहां दवा आदि डाली जा सके। श्री चौहान ने कहा कि चूहा अनाज के भंडारण में प्रमुख समस्या है। इसके निवारण के लिए चूहा मारने की दवा प्रयोग किया जाना चाहिए। उन्होंने किसानों को दवाओं के प्रयोग के बारे में जानकारी दी। प्रशिक्षक श्री जायसवाल ने किसानों को केंद्रीय भंडारण निगम के गोदामों में अनाज के भंडार के फायदे गिनाए। विचार गोष्ठी में शामिल हुए 50 से ज्यादा किसानों को केंद्रीय भंडार निगम द्वारा गिफ्ट भेंट देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में केंद्रीय भंडार निगम के प्रबंधक राहुल शुक्ला, गोदाम इंचार्ज काशीराम, प्रदीप कुमार सिंह, नंदलाल, दिव्य प्रकाश व रणबीर सिंह, उदयराज सिंह, राकेश, आरके समेत अन्य अधिकारी/ कर्मचारी व किसान मौजूद रहे।