-श्रीराम गौशाला में वैदिक विधि विधान से गौवंशो का हुआ पूजन
अयोध्या। गोपाष्टमी पर्व पर कारसेवक पुरम स्थित श्रीराम गौशाला में मंगलवार को वैदिक विधि विधान से गौवंशो का पूजन हुआ। पूजन पं इन्द्रदेव मिश्र व वैदिक राघव मिश्र ने कराया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्रीराम गौशाला समिति के अध्यक्ष व श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महामंत्री चम्पत राय ने कहा कि प्राचीन काल से मान्यता है कि गावो विश्वस्त मातरः अर्थात गाय ही विश्व की माता है। भारत की तो यह आत्मा ही है। गऊ पालन परिवारों पर बोझ नहीं,बल्कि परिवार के सुखी व सम्पन्न होने का जरिया है। जो मनुष्य को संकटों से मुक्त करता है। उन्होंने कहा कि गौवंशो के संरक्षण और संवर्धन के लिये सरकारों को दृढइच्छा शक्ति का प्रदर्शन करना होगा।वहीं समाज को चाहिए कि वह गौ पालन को बल प्रदान करे।
समिति के उपाध्यक्ष सांसद लल्लू सिंह ने कहा कि भाजपा सरकारें गौरक्षण हेतु गौशालाओ को हर तरह से सहयोग कर रही हैं। गऊवंश का संरक्षण संवर्द्धन हर हाल में होना चाहिए, लेकिन बिना समाज के सहयोग के स्वालंबी और विकसित गौशालाओं की कल्पना संभव नहीं है। प्रबंधक पुरुषोत्तम नारायण सिंह ने बताया कि गौ संरक्षण के लिए श्रीराम गौशाला तीन दशक से जुटी है। गौ वंश के संरक्षण-संवर्धन के साथ गौशाला के स्वालंबन को बढ़ावा देने के लिए यहां तमाम तरह के औषधियों का भी निर्माण किया जा रहा है। गौशाला को राज्य सरकार से गठित गौ सेवा आयोग का सहयोग मिल रहा है।
इस असवसर पर महापौर ऋषिकेश उपाध्याय, राजेंद्र सिंह पंकज, विधायक वेद गुप्ता,कथाव्यास शान्तनु महाराज, भाजपा नेता ओमप्रकाश सिंह,गिरीश पांडेय“डिप्पुल“,गोशाला के सह प्रबंधक शरद शर्मा,वीरेन्द्र, सदस्य लालजी जायसवाल,शिवदाससिंह,धीरेश्वर वर्मा,आचार्य दुर्गा,आदित्य उपाध्याय,बालचंद वर्मा,राजेन्द्र वर्मा,अमित तिवारी,वरूण राय,राधेश्याम गुप्ता,राजा वर्मा,कमला देवी,सहजराम मौर्य आदि ने गौवंश का श्रृंगार कर गुड़,पूड़ी,केलों का भोग लगाया और गौवंश के रक्षा का संकल्प लिया।